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Bird Flu in Rajasthan : बर्ड फ्लू के मामले थमे, राजस्थान में पक्षियों के मरने का आंकड़ा हुआ जीरो - Migratory Birds in Rajasthan

पिछले कई दिनों से राजस्थान में बर्ड फ्लू का एक भी मामला (Bird Flu in Rajasthan) सामने नहीं आया है. ऐसे में प्रदेश भर के झीलों और तालाबों में प्रवासी पक्षियों की आवाजाही (Migratory Birds in Rajasthan) जोर पकड़ रही है. पिछले दिनों सांभर, पाली और जोधपुर में पक्षियों की मौत के मामले सामने आए थे. पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण होना पाया गया था, लेकिन कुछ समय से बर्ड फ्लू के कारण पक्षियों की मौत नहीं हुई है.

Bird Flu in Rajasthan
राजस्थान में पक्षियों के मरने का आंकड़ा हुआ जीरो
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Published : Dec 17, 2021, 6:50 PM IST

जयपुर. बर्ड फ्लू को लेकर केंद्र सरकार ने कई राज्यों को अलर्ट किया है, लेकिन इस मामले में राजस्थान के लिए राहत भरी स्थिति है. सांभर झील में भी कई दिनों से मृत पक्षी नहीं मिले हैं. पिछले दिनों बर्ड फ्लू के कारण सांभर लेक में काफी संख्या में पक्षियों की मौत (Rajasthan Birds Death Case) हो गई थी. जिसके बाद वन और पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया था.

चिड़ियाघरों में भी पक्षियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे. जयपुर चिड़ियाघर की बात की जाए तो यहां पर दिन में दो बार पक्षियों के एंक्लोजरो में दवाई का छिड़काव किया गया. पक्षियों के पिंजरे के ऊपर पैक करके छाया कर दी गई, ताकि बाहर के पक्षी अंदर नहीं आ सके और संक्रमण का खतरा नहीं हो. कई बार बीमार पक्षी के संपर्क में आने से चिड़ियाघर के अन्य पक्षियों में भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है.

पढ़ें : Bird Flu In Rajasthan : पशुपालन विभाग ने बनाई Rapid Response Team...जिला कलेक्टर्स को किया अलर्ट

इसी आशंका को देखते हुए जयपुर चिड़ियाघर में पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर के नेतृत्व में पक्षियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे चिड़ियाघर और जयपुर में एक भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया. वहीं, जोधपुर, पाली और सांभर झील में पक्षियों की मौत होने से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया था. पक्षियों की जान को बचाने के लिए पशुपालन विभाग और वन विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए थे और बर्ड फ्लू से बीमार पक्षियों को भी बचाने के लिए बेहतर प्रयास किए गए. जिसके बाद अब पक्षियों की मौत के मामले थम चुके हैं. इन दिनों किसी भी पक्षी की मौत नहीं होना एक अच्छी खबर है. पशुपालन विभाग और वन विभाग को भी अब राहत मिली है.

पढ़ें : Sambhar Lake में 20 से ज्यादा कौवे मरे मिले...बर्ड फ्लू की आशंका

बता दें कि नवंबर में बर्ड फ्लू का कहर शुरू हुआ था, लेकिन दिसंबर महीने में एक भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है. राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर की झीलों पर देसी-विदेशी पक्षियों का जमावड़ा रहता है. जयपुर में मानसागर झील और सांभर झील समेत अन्य जगहों पर पक्षियों का वितरण होने लगा है. हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पक्षी स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं.

जयपुर. बर्ड फ्लू को लेकर केंद्र सरकार ने कई राज्यों को अलर्ट किया है, लेकिन इस मामले में राजस्थान के लिए राहत भरी स्थिति है. सांभर झील में भी कई दिनों से मृत पक्षी नहीं मिले हैं. पिछले दिनों बर्ड फ्लू के कारण सांभर लेक में काफी संख्या में पक्षियों की मौत (Rajasthan Birds Death Case) हो गई थी. जिसके बाद वन और पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया था.

चिड़ियाघरों में भी पक्षियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे. जयपुर चिड़ियाघर की बात की जाए तो यहां पर दिन में दो बार पक्षियों के एंक्लोजरो में दवाई का छिड़काव किया गया. पक्षियों के पिंजरे के ऊपर पैक करके छाया कर दी गई, ताकि बाहर के पक्षी अंदर नहीं आ सके और संक्रमण का खतरा नहीं हो. कई बार बीमार पक्षी के संपर्क में आने से चिड़ियाघर के अन्य पक्षियों में भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है.

पढ़ें : Bird Flu In Rajasthan : पशुपालन विभाग ने बनाई Rapid Response Team...जिला कलेक्टर्स को किया अलर्ट

इसी आशंका को देखते हुए जयपुर चिड़ियाघर में पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर के नेतृत्व में पक्षियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे चिड़ियाघर और जयपुर में एक भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया. वहीं, जोधपुर, पाली और सांभर झील में पक्षियों की मौत होने से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया था. पक्षियों की जान को बचाने के लिए पशुपालन विभाग और वन विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए थे और बर्ड फ्लू से बीमार पक्षियों को भी बचाने के लिए बेहतर प्रयास किए गए. जिसके बाद अब पक्षियों की मौत के मामले थम चुके हैं. इन दिनों किसी भी पक्षी की मौत नहीं होना एक अच्छी खबर है. पशुपालन विभाग और वन विभाग को भी अब राहत मिली है.

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बता दें कि नवंबर में बर्ड फ्लू का कहर शुरू हुआ था, लेकिन दिसंबर महीने में एक भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है. राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर की झीलों पर देसी-विदेशी पक्षियों का जमावड़ा रहता है. जयपुर में मानसागर झील और सांभर झील समेत अन्य जगहों पर पक्षियों का वितरण होने लगा है. हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पक्षी स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं.

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