जयपुर. घर के आंगन में पिछले 3 दिनों से अर्थी पर पड़ा शव अंतिम संस्कार की बाट जो रहा है. शव के पास बेसुध पड़ी घर की महिलाएं और दहाड़े मार-मार कर रोते घर के परिजन न्याय की आस लिए बैठे हैं. लेकिन प्रशासन का एक भी नुमाइंदा जांच का आश्वासन देने इनके घर की चौखट पर नहीं पहुंचा है.
दरअसल, 13 अक्टूबर को दादी का फाटक के पास में पुलिस को केश्यावाला के रहने वाले युवक सुरेश का शव मिला था. पुलिस ने जब परिजनों को सूचना दी तो बताया गया था कि सुरेश का एक्सीडेंट हुआ है. लेकिन परिजनों का आरोप है कि जहां सुरेश का शव पड़ा था. वहां पर एक पिस्तौल भी पास में रखी हुई थी. लेकिन पुलिस इस मामले में ज्यादा छानबीन ना करके इस पूरी घटना को एक एक्सीडेंट का रूप दे रही है.
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परिजनों को आशंका है कि सुरेश जिस महिला के पास में काम करता था. वो महिला एक तस्करी का काम करती है और जबरदस्ती सुरेश को भी क्राइम की दुनिया में ले जाकर काम करवाना चाहती थी. लेकिन सुरेश ने काम करने से मना कर दिया था.
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सुरेश ने 4 अक्टूबर को मुहाना थाने में उस महिला के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया था. परिजनों ने पुलिस पर भी अपराधियों के साथ मिलीभगत कर मामले को दबाने का आरोप लगाया है. अपने बेटे की हत्या के मामले में मामले को लेकर परिजनों ने थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है. परिजनों की मांग है कि आरोपी को पुलिस जल्द गिरफ्तार करे.