जयपुर. पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद राजधानी में साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को भी ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला हंसराज प्रजापत ने मुहाना थाने में दर्ज करवाया है.
हंसराज ने शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि उसने दो लाख रुपये की आवश्यकता होने पर ऑनलाइन पर्सनल लोन के लिए आवेदन किया. आवेदन करने के कुछ समय बाद उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को बजाज फिनकॉर्प का प्रतिनिधि बताकर लोन देने की बात कही और साथ ही एक व्हाट्सएप नंबर पर तमाम दस्तावेज भेजने के लिए कहा.
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जिस पर हंसराज ने उक्त व्यक्ति के व्हाट्सएप नंबर पर तमाम दस्तावेज भेज दिए और फिर उसके बाद उस व्यक्ति ने लोन की प्रोसेसिंग फीस, फाइल चार्ज, कोविड इंश्योरेंस आदि के नाम पर कुल 60 हजार रुपये फोन-पे के जरिए अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए. उसके बाद उस व्यक्ति ने और राशि ट्रांसफर करने के लिए कहा तो शक होने पर जब हंसराज ने बजाज फिनकॉर्प कंपनी में संपर्क किया तो उनके द्वारा इस तरह का कोई भी लोन देने से साफ इनकार कर दिया गया.
इसके बाद हंसराज ने मुहाना थाने में ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल, पुलिस मोबाइल नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर प्रकरण की जांच कर रही है. वहीं, ठगी का दूसरा मामला मोहम्मद बिलाल ने जालूपुरा थाने में दर्ज करवाया है. मोहम्मद बिलाल ने शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि ठग ने उसे फोन कर 5 हजार रुपये फोन-पे लॉटरी जीतने का झांसा दिया. साथ ही जीती गई राशि प्राप्त करने के लिए फोन-पे अकाउंट में जाकर बैल आइकन पर क्लिक करने और पिन डालने को कहा.
ठग के झांसे में आकर मोहम्मद बिलाल ने जैसे ही पिन नंबर एंटर किया, वैसे ही उसके खाते से 70 हजार रुपये का ट्रांजैक्शन हो गया. ट्रांजैक्शन होने के बाद ठग ने फोन काट दिया और अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. फिलहाल, पुलिस फोन नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर जांच कर रही है.