जयपुर. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 साल से फरार चल रहे एक इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे 2000 रुपये के इनामी बदमाश राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. आरोपी वर्ष 2011 से ही दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहा था.
आरोपी को गिरफ्तार करने में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम के एएसआई पुरुषोत्तम शर्मा की अहम भूमिका रही है. सीएसटी टीम के एएसआई पुरुषोत्तम शर्मा और हेड कांस्टेबल मानसिंह को आरोपी के ठिकाने की विश्वस्त सूचना मिली थी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए डीसीपी क्राइम योगेश यादव और एडीसीपी क्राइम विमल सिंह के निर्देशन में इंस्पेक्टर लखन सिंह खटाना और सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में स्पेशल टीमों का गठन किया गया.
पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी की धरपकड़ के लिए संभावित स्थानों पर लगातार तलाश की. लॉकडाउन के दौरान बेहतर पुलिसिंग के माध्यम से सूचना एकत्रित करते हुए वर्ष 2011 से फरार चल रहे आरोपी राजेश अग्रवाल के जयपुर में होने का पता लगा. सूचना पर पुलिस की टीम ने आरोपी के ठिकाने पर दबिश दी और मुरलीपुरा निवासी आरोपी राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. आरोपी को विद्याधर नगर थाने में दर्ज दुष्कर्म के पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है.
आरोपी के खिलाफ विद्याधर नगर थाने में वर्ष 2011 में एक पीड़िता ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था. आरोपी की तलाश में वर्ष 2015 में पुलिस ने 2000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया था. आरोपी वर्ष 2013 के बाद फरारी के दौरान दिल्ली में रहकर पुलिस को चकमा दे रहा था. लॉकडाउन के दौरान आरोपी के जयपुर आने की सूचना पर पुलिस ने सतर्कता से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की.
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जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम द्वारा जयपुर शहर में लॉकडाउन के दौरान इनामी अपराधियों के विरुद्ध तीसरी बड़ी कार्रवाई की गई है. इससे पहले भी 5000 रुपये के इनामी बदमाश को सीएसटी टीम ने गिरफ्तार किया था. इन दोनों सफलताओ में सीएसटी टीम के एएसआई पुरुषोत्तम शर्मा, हेड कांस्टेबल मानसिंह और सतीश कुमार की अहम भूमिका रही है.