जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ रोड थाना इलाके में 6 दिसंबर को गद्दी पर बैठ कर काम कर रहे 24 वर्षीय सुधांशु जयसवाल पर दुकान के अंदर घुस जानलेवा हमला (Assault With Businessman in Jaipur) करने वाले तीन हमलावरों को पुलिस वारदात के 3 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हमलावरों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास मौजूद हैं और उन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस ने हमलावरों को आईडेंटिफाई किया है, लेकिन अब तक हमलावर पुलिस की गिरफ्त से दूर (Attacker Away From Police Custody) चल रहा है.
उत्तर प्रदेश से बुलाए हमलावर
हालांकि पुलिस के हाथ में यह महत्वपूर्ण जानकारी लगी है कि तीनों ही हमलावर उत्तर प्रदेश से सुपारी देकर सुधांशु पर हमला करने के लिए जयपुर बुलाए गए थे. जिस पर पुलिस ने एक स्पेशल टीम उत्तर प्रदेश के लिए रवाना की है. इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हमलावरों को 90 हजार रुपए की सुपारी देकर जयपुर बुलवा सुधांशु पर जानलेवा हमला कराने वाले खुश भारद्वाज, नमोकार सोनी और आयुष सोनी को गिरफ्तार किया है.
जानलेवा हमला करने की प्लानिंग
आरोपियों से हुई प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि करीब 2 महीने पहले नमोकार सोनी और सुधांशु के बीच किसी बात को लेकर अनबन हुई. जिसका बदला लेने के लिए नमोकार ने अपने भाई आयुष और साथी खुश भारद्वाज के साथ मिलकर सुधांशु पर जानलेवा हमला करने की प्लानिंग (Planning A Deadly Attack) की. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर के चलते आरोपियों ने खुद वारदात को अंजाम न देकर 90 हजार रुपए कि सुपारी देकर उत्तर प्रदेश से तीन बदमाश जयपुर बुलवाए.
इसके बाद आरोपियों ने बदमाशों को जयपुर में रुकवाया और सुधांशु की दुकान की रैकी करवाई. बदमाशों द्वारा वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने उन्हें शहर से फरार कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. फिलहाल, पुलिस गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है और साथ ही हमलावरों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल हुए सुधांशु की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है जिसका एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है.