जयपुर. कांग्रेस पार्टी को राज्यसभा चुनाव में मतदान से ठीक एक दिन पहले बड़ी राहत मिली है. जहां बीटीपी ने भले ही मतदान प्रक्रिया से बाहर रहने का व्हिप जारी किया है, लेकिन पिछली बार राज्यसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने वाली मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इस बार भाजपा के विरोध में मतदान करने का फैसला किया है. अगर भाजपा के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी मतदान करेगी, तो इसका मतलब साफ है कि वह न तो भाजपा को वोट देगी नहीं भाजपा समर्थित उम्मीदवार को. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को सीधे तौर पर 2 मतों का फायदा हुआ (Congress benefits as CPIM to vote against BJP) है.
आपको बता दें कि पिछली बार राज्यसभा चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार किया था. हालांकि इसके बावजूद माकपा के दो वोट में से एक बलवान पूनिया ने पार्टी के खिलाफ जाकर मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया था. लेकिन अबकी बार कांग्रेस को किसी विधायक को साधने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में मतदान भाजपा विरोधी पार्टी को करने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस के पास 123 मत: कम्युनिस्ट पार्टी के वोट करने के एलान के बाद अब कांग्रेस को काफी हद तक राहत मिली है. क्योंकि जहां एक तरफ निर्दलीय विधायक बलजीत यादव अब तक कांग्रेस की बाडाबंदी में नहीं पहुंचे हैं, वहीं बीटीपी को लेकर भी संदेह की स्थिति बनी हुई है. अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेगी, तो ऐसे में कांग्रेस के पास पूरे 123 वोट हो चुके हैं, जो जीत के लिए पर्याप्त हैं. हालांकि संभावना है कि अंतिम समय तक बलजीत यादव भी कांग्रेस के साथ आ जाएंगे और दोनों बीटीपी के विधायक भी. जिस तरह से वे कांग्रेस के संपर्क में हैं, उससे लगता है कि उनका वोट भी कांग्रेस पार्टी को ही मिलेगा-