देहरादून/जयपुर. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देश के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों के 79वें सम्मेलन में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी हिस्सा लिया. सम्मेलन में उन्होंने भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा, कि दल-बदल लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.
स्पीकर जोशी के मुताबिक दल-बदल को देखते हुए इस पर अंकुश के मद्देनजर संविधान की 10वीं अनुसूची में अध्यक्ष को शक्ति दी गई. इस बीच देश में अलग-अलग राज्यों में अध्यक्षों ने अलग-अलग निर्णय दिए. बाद में सदस्यों का त्यागपत्र दिलवाकर इसका तोड़ निकाल दिया गया. ऐसे में कोई निर्णय कैसे आएगा. लिहाजा 10वीं अनुसूची के मसले को रिव्यू करने की आवश्यकता है.
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स्पीकर जोशी ने कहा, कि दल-बदल की इस प्रक्रिया से लोकतंत्र प्रक्रिया कमजोर ना हो, इसके लिए इस पर नए सिरे से चर्चा करने की आवश्यकता है. इसके साथ ही टेन शेड्यूल को नए सिरे से दोबारा रिव्यू करने की जरूरत है.