जयपुर. देश में आज (सोमवार) से 15-18 आयुवर्ग का कोरोना टीकाकरण (corona vaccine for children) जारी है. देश के 38 हजार से अधिक टीकाकरण केंद्रों पर बच्चों को कोरोना टीका (children covid vaccination centre) दिया जा रहा है. राजस्थान में भी टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है. जयपुर में पहला टीका जेके लोन अस्पताल में अंजली सोनी को लगाया गया है.
टीकाकरण को लेकर बच्चों में उत्साह देखने को मिल रहा है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 1 जनवरी से ही शुरू हो गई थी. प्रदेश में टीके के लिए 53 लाख से अधिक बच्चों को चिन्हित किया गया है. प्रदेश में बच्चों को टीका लगाने के लिए 3456 सेंटर बनाए गए हैं. ऐसे सभी बच्चे कोविड-19 टीकाकरण के पात्र होंगे, जिनका जन्म वर्ष 2007 या उससे पहले हुआ है.
जोधपुर में 157 साइट्स पर वैक्सीनेशन
जोधपुर जिले में कुल 2.77 लाख बच्चों को टीके लगेंगे. पहले दिन के टीकाकरण के लिए 157 साइट्स पर टीकाकरण शुरू हुआ. इसको लेकर बच्चों में उत्साह नजर आया. स्कूली बच्चों का कहना है कि टीका लगने के बाद हम स्कूल नियमित जा सकेंगे. सभी को यह टीका लगवाना चाहिए. खास बात यह रही कि टीका लेने में बच्चों में जरा सी भी हिचक नजर नहीं आई. जिले में शहरी क्षेत्र में जहां 87 हजार बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में यह 1 लाख 90 हजार से ज्यादा है. सर्वाधिक फलोदी वओसियां ब्लॉक में 27-27 हजार बच्चों को टीके लगेंगे. जोधपुर में पहले दिन 17 हजार बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
पुष्कर में अभियान की शुरुआत
तीर्थ नगरी पुष्कर में आज कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक बालक और बालिका विद्यालय में 600 बच्चों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाएगी. कस्बे के राजकीय चिकित्सालय की टीम विभिन्न स्थानों पर जाकर वैक्सीन की 500 डोज लगाएगी. आज 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों के वैक्सीन की पहली डोज लगाने के लिए 1100 डोज का लक्ष्य रखा गया है.
उदयपुर में 2 लाख से अधिक बच्चों को लगाई जाएगी वैक्सीन
उदयपुर जिले में आज 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को कोरोना टीका का शुभारंभ राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी रेजिडेंसी स्कूल में किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने फीता काटकर वैक्सीनेशन शुभारंभ किया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिले में 15 से 18 वर्ष के लगभग 2 लाख 15 हजार बच्चों को इस अभियान के दौरान टीकाकृत किया जाएगा. जिले में कुल 514 सेशन साइट बनाई गई है.
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अलवर में 2 लाख 92 हजार बच्चों को लगेगी वैक्सीन
अलवर जिले में 2 लाख 92 हजार बच्चों को वैक्सीन लगनी है. जिला कलेक्टर ने एसएमडी स्कूल से वैक्सीन लगाने की प्रकिया शुरू की है. वैक्सीन लगवाते हुए बच्चे खासे उत्साही नजर आए. उन्होंने कहा कि वे अपने माता-पिता को भी दोनों कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. जिला कलेक्टर ने कहा कि अलवर में 10 जनवरी से कोरोना की बूस्टर डोज लगाने का काम भी शुरू हो रहा है. उन्होंने कहा कि अलवर जिले में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 93% लोगों के लग चुकी है, जबकि दूसरी डोज में अलवर अन्य जिलों से खासा पीछे है.
सवाई माधोपुर में बच्चों में उत्साह
सवाई माधोपुर जिले में बच्चों को कोविड-19 के तहत वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. जिले के सभी टीकाकरण केंद्रों पर 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इस दौरान वैक्सीन लगाने आ रहे बच्चों में भी गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. जिला मुख्यालय के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आज सुबह से ही वैक्सीन लगवाने आ रहे बच्चों की कतार लगी हुई है.
भीलवाड़ा में बनाए गए हैं 150 वैक्सीनेशन सेंटर
भीलवाड़ा जिले में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का कोरोना टीकाकरण आज सोमवार से शुरू हो गया है. जिले में करीब 150 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने बच्चों को वैक्सीन लगाने वाले गुलाब का फूल देकर बधाई दी. इसके साथ ही उन्हें अपने परिवार में सभी लोगों को टीका लगवाने की भी अपील की. बता दें, जिले में कुल 2 लाख 15 हजार बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य है.
बीकानेर में वैक्सीनेशन के लिए 223 सेंटर
बीकानेर में सोमवार को 223 सेंटर पर अभियान के तहत करीब पौने दो लाख बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है. सोमवार को बीकानेर में अलग-अलग सेंटर के साथ ही स्कूलों में भी ऑन द स्पॉट बच्चों को वैक्सीन लगाया गया. इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 में शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान का जायजा लिया और टीका लगाने के बाद स्कूली बच्चों चिकित्सकों और स्कूल स्टाफ से बात की. टीका लगने के बाद स्कूली विद्यार्थियों ने कहा कि अब उन्हें स्कूल बंद होने की चिंता नहीं है और अब वे नियमित तौर पर स्कूल आ सकेंगे.
साथ ही अभिभावकों चिंता भी थोड़ी कम होगी. बच्चों ने कहा कि वैक्सीन हमारा सुरक्षा कवच है और कोरोना के प्रोटोकॉल को हमें फॉलो करना होगा. स्कूल विद्यार्थियों ने कहा कि ऑनलाइन एजुकेशन से हमारी पढ़ाई पूरी तरह से बाधित नहीं हुई लेकिन जिस तरह से ऑफलाइन एजुकेशन मिलती है उसका मुकाबला ऑनलाइन एजुकेशन नहीं कर सकती और स्कूल में आकर व्यक्तित्व का विकास होता है. इस दौरान चिकित्सा विभाग के अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने कहा कि चिकित्सा विभाग ने सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक बच्चों को अधिकाधिक वैक्सीन लगाने का बड़ा हाथ में लिया है और उसके लिए फ्री रजिस्ट्रेशन की बजाय ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है. आने वाले दो-तीन दिन में चिन्हित सभी बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
वहीं स्कूल के प्राचार्य सरजीत सिंह ने कहा कि अब बच्चों के प्रति चिंता थोड़ी कम होगी और अभिभावकों का भी बच्चों को स्कूल भेजते हुए डर कम होगा. सोमवार को बीकानेर में कुल 223 सीटों पर वैक्सीनेशन शुरू किया गया जिनमें अधिकतर शहर की बड़ी स्कूलों में भी चिकित्सा विभाग की टीम पहुंची और हर क्लास के अनुसार बच्चों को वैक्सीन लगाई गई. बीकानेर में 15 प्लस में 177000 से ज्यादा बच्चों को चिकित्सा विभाग ने चिन्हित किया है. जिन्हें आने वाले दिनों में पहली डोज लगाई जाएगी.