जयपुर. राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से जयपुर के प्रताप नगर में देश का पहला कोचिंग हब प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है. कोचिंग परिसरों की आवंटन प्रक्रिया के पहले (Coaching hub in Jaipur) चरण में कुल 33 कोचिंग संस्थानों ने आवेदन किया है. इस बीच कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में आई बाधा को देखते हुए मण्डल ने आवेदन की अंतिम तिथि 25 अगस्त से बढ़ाकर दूसरे चरण में 30 सितंबर कर दी है.
आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि पहले चरण में जयपुर के 25, श्रीगंगानगर, सीकर के 2-2 और दिल्ली, झुंझुनू, जोधपुर, करनाल के एक-एक कोचिंग संस्थान की ओर से आवेदन प्राप्त हुए हैं. पहले चरण में जिन कोचिंग संचालकों ने निर्धारित राशि के साथ आवेदन किया है, उन्हें कोचिंग परिसरों का सुनिश्चित रूप से आवंटन किया जाएगा. इन 33 कोचिंग परिसरों के आवंटन से आवासन मण्डल को करीब 55 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा.
30 शोरूम के ऑक्शन से मिले 54.70 करोड़ : आयुक्त ने बताया कि इससे पहले कोचिंग हब के बाहरी परिसर कोचिंग हब (Country first coaching hub) आर्केड में निर्मित कुल 90 शोरूम में से 30 शोरूम और 2 भूखण्डों का जुलाई माह में पहले चरण में सफलतापूर्वक ई-ऑक्शन किया गया था. इनके ऑक्शन से भी मण्डल को लगभग 54.70 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित हुआ था. अब आर्केड के बचे 60 शोरूम में से 30 शोरूम और 2 भूखण्डों का दूसरे चरण में आगामी 29 से 31 अगस्त तक ई-ऑक्शन किया जाएगा.
वहीं कोचिंग संचालकों को आवेदन में परेशानी न हो इसके लिए कोचिंग हब परिसर में हैल्प डेस्क (Application for Coaching hub in Jaipur) स्थापित की गई है. अब तक कुल 151 कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हैल्प डेस्क पर सम्पर्क कर कोचिंग हब और इसमें निर्मित सांस्थानिक संपत्तियों का ओवरव्यू किया है. इसके अलावा देश के विभिन्न शहरों के करीब 200 कोचिंग संस्थानों ने भी कोचिंग हब में निर्मित कोचिंग परिसरों के आवंटन के लिए रुचि दिखाई है. उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में आवेदकों को सांस्थानिक संपत्तियों का आवंटन अब लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा.
आपको बता दें कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने 19 जुलाई को कोचिंग हब में निर्मित 140 कोचिंग परिसरों के आवंटन से संबंधित पुस्तिका और पोस्टर का विमोचन किया था. साथ ही कोचिंग परिसरों के आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू की थी. प्रताप नगर के हल्दीघाटी मार्ग सेक्टर-16 में करीब 65 हजार वर्ग मीटर भूमि पर विकसित किए जा रहे कोचिंग हब से 65 से 70 हजार विद्यार्थियों को शैक्षणिक सुविधा का लाभ मिलेगा. साथ ही इससे जयपुर शहर में अनियोजित ढंग से चल रहे कोचिंग संस्थानों के कारण यातायात संबंधी समस्या से भी निदान मिल सकेगा.