जयपुर. प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले को देखते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से मंगलवार को मंत्रि परिषद की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में मुख्य रूप से कोरोना वायरस के बीच उपजे वित्तीय हालातों पर चर्चा हुई. इसके साथ ही इस बैठक में को कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर भी समीक्षा की गई.
वहीं, मंत्रिपरिषद की बैठक खत्म होने के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर समीक्षा हुई. इसके साथ ही बैठक में कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच उपजे वित्तीय हालातों पर विस्तार से चर्चा की गई. इस बैठक में किसानों और इंडस्ट्री पर लॉकडाउन के बाद पड़ने वाले प्रभाव पर भी चर्चा की गई.
मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अब तक 93 मामले पॉजिटिव पाए गए है. इसमें जयपुर के रामगंज में 21 मामले पॉजिटिव है जो कि एक गंभीर बात है. इसको लेकर चारदीवारी में कर्फ्यू लगा दिया गया है और बारीकी से एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में जिस तरीके से कोरोना को लेकर चिकित्सा विभाग काम कर रहा है, उससे न केवल देश में बल्कि विश्व भर में राजस्थान के चिकित्सा सेवा को लेकर चर्चा की जा रही है. शर्मा ने कहा कि 5 लाख लोग बाहरी राज्यों से लॉकडाउन के बाद राजस्थान में आए है. ऐसे में इन सभी लोगों की स्क्रीनिंग करना भी एक महत्वपूर्ण काम है, जिसको लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए है.
इसके साथ ही इस बैठक में यह भी सामने आया कि सरकार की तरफ से ग्राम पंचायतों के माध्यम से गांव ढाणी में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसको लेकर प्रत्येक ग्राम पंचायत को 50 हजार और पंचायत समिति को 1 लाख रुपए का बजट भी जारी कर दिया गया है.
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मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि अब तक पूरे प्रदेश में 3 करोड़ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इसके साथ ही आपातकाल के लिए 95 हजार बेड भी चिन्हित कर लिए गए है. इसके अलावा 16 हजार बेड का आइसोलेशन वार्ड भी तैयार कर लिया गया है.