जयपुर. चाइना जो कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है. वहां से 58 सॉल्ट राजस्थान आते हैं. जो नि:शुल्क दवा योजना के दायरे में आती है. वायरस का प्रभाव होने के चलते अब इन दवाओं की सप्लाई भी राजस्थान में आने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 और औषधि मूल्य नियंत्रण कानून 2013 के तहत कलेक्टर को यह कह दिया गया है कि अगर इन दवाओं की कालाबाजारी कोई करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
सदन में डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा कि इस बीमारी की कोई दवा नहीं बनी है. इसका केवल बचाव ही उपचार है. कोरोना वायरस बीमारी 75 देशों में फैल चुकी है. इस बीमारी से बचाव के लिए 50 हजार ईपीए किट, 5 लाख n95 मास्क और 5 लाख ट्रिपल लेयर मास्क खरीदने के निर्देश राजस्थान सरकार की ओर से दिए जा चुके हैं.
विपक्ष भी आया सत्ता पक्ष के साथ बोला सरकार जो कार्रवाई करें कर ले
विपक्ष सरकार के साथ ऐसे कम ही मुद्दे होते हैं जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक किसी मुद्दे पर एक साथ खड़े हो जाएं, लेकिन बुधवार को कोरोना वायरस के प्रभाव पर सरकार के जवाब के समय ऐसी स्थिति बनी जब सत्ता पक्ष के साथ विपक्षी विधायक भी खड़े हो गए.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने साफ तौर पर कहा कि इस मुद्दे पर राजस्थान सरकार जो भी निर्णय लेना चाहे उसमें विपक्ष उनके साथ खड़ा है. किसी तरीके के सवाल जवाब सरकार से विपक्ष इस मामले में नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता में यह मैसेज देना जरूरी है कि गंभीर मामलों में सभी जनता के सेवक एक साथ हैं.