भरतपुर. जिले के मेडिकल कॉलेज में 24 अप्रैल तक कोरोना बीमारी की जांच से संबंधित मशीनें आ जाएंगी और 26 अप्रैल से जांच सुविधा शुरू हो जाएगी. ऐसे में भरतपुर के कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच भरतपुर के मेडिकल कॉलेज में ही शुरू हो जाएगी और जांच के लिए सैंपल जयपुर नहीं भेजने पड़ेंगे. वहीं, मेडिकल कॉलेज में लैब का सिविल वर्क पूरा हो चुका है और मशीन लगने का इंतजार है.
जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में लैब का सिविल कार्य पूरा हो चुका है और 24 अप्रैल तक सभी मशीनें कॉलेज पहुंच जाएंगी. ऐसे में जयपुर के बजाय भरतपुर में ही संदिग्ध मरीजों के सैंपल की समय पर जांच हो सकेगी. साथ ही ये सुविधा शुरू होने के बाद जांचों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जिससे कोरोना संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिलेगी.
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गौरतलब है कि फिलहाल भरतपुर से संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल भेजे जा रहे हैं. यहां से जांच रिपोर्ट के लिए एक-दो दिन का इंतजार भी करना पड़ता है. लेकिन, भरतपुर में जांच सुविधा शुरू होने के बाद जहां अधिक मरीजों की जांच हो सकेगी, वहीं समय पर रिपोर्ट भी मिल सकेगी.
2 करोड़ 74 लाख से स्थापित की जा रही लैब
मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना जांच लैब स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से 2 करोड़ 74 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है. लैब में रियल टाइम पीसीआर मशीन, कंज्यूमेबल्स वीटीएम, पीपीई जैसे महत्वपूर्ण उपकरण इंस्टॉल किये जायेंगे, जो कि 24 अप्रैल तक मेडिकल कॉलेज को मिल जाने की पूरी उम्मीद है.