जयपुर. प्रदेश में कोरोना के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल (corona cases decreasing in jaipur) रही है. बीते दिन यानी सोमवार को संक्रमण के सिर्फ 9 मामले प्रदेश में दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा धीरे धीरे कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में भी कमी देखने को मिल रही है. प्रदेश में मौजूदा समय में एक्टिव केस 300 से कम हैं जो एक राहत भरी खबर है. लेकिन इसी बीच विश्व के कई देशों में संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से तेजी दर्ज की गई है. चीन के कुछ शहरों में भी कोरोना के मामले बढ़ने के कारण लॉकडाउन लगाया गया है.
देश के कुछ राज्यों में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. प्रदेश की बात करें तो जनवरी माह में संक्रमण के मामलों में तेजी देखी गई थी, जिसमें कई जिलों में ओमिक्रोन के स्ट्रेन भी पाए गए थे. हालांकि मौजूदा समय में संक्रमण के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही संक्रमण से होने वाली मौतें भी कम हो चुकी हैं. केंद्र की ओर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान फिर से शुरू की गई है. इस मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि ऐसे में सावधानी बरतना काफी जरूरी है. क्योंकि विश्व के काफी देशों में संक्रमण के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ने लगे हैं. मीणा ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने कोविड मैनेजमेंट से जुड़ा बेहतर काम किया. लेकिन फिर भी सावधानी बरतने की जरूरत है.
एक्टिव केस की संख्या में कमी: प्रदेश में धीरे-धीरे कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या लगभग 90 हजार से अधिक पहुंच चुकी थी और हर दिन तकरीबन 10 से 15 हजार संक्रमण के मामले देखने को मिल रहे थे. लेकिन धीरे धीरे संक्रमण के मामले कम हुए और सोमवार को प्रदेश में कोरोना के सिर्फ 264 एक्टिव केस मौजूद है. आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में अब तक संक्रमण के 12,82,920 कुल मामले सामने आ चुके हैं जबकि अब तक प्रदेश में कुल 9,551 मरीजों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है.
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चौथी लहर का अंदेशा: वहीं विश्व के कुछ देशों में ओमिक्रोन के सब-वैरियंट BA.2 के मामले सामने आने लगे हैं. यूरोप, अमेरिका और चीन में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. जिसको देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले कुछ महीनों में देश में भी कोरोना की चौथी लहर देखी जा सकती है. यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि जुलाई के अंतिम सप्ताह तक देश में संक्रमण पीक पर रह सकता है. कोरोना के इस नए स्ट्रेन को स्टेल्थ वैरियंट भी कहा जा रहा है.