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BJP का 'खेला' : जयपुर जिला प्रमुख और प्रधान चुनाव में भाजपा ने किया खेल, सतीश पूनिया ने कहा- ये तो ट्रेलर है... - जिला प्रमुख चुनाव

जयपुर में बहुमत न होने के बावजूद भाजपा के समर्थन पर जिला प्रमुख बनाए जाने उत्साहित भाजपा नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में जमकर जश्न मनाया. इस दौरान ईटीवी से खास बातचीत में सतीश पूनिया ने कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है, साल 2023 के विधानसभा चुनाव बाकी हैं...

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से बातचीत
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से बातचीत
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Published : Sep 6, 2021, 7:04 PM IST

जयपुर. पंचायत राज चुनाव के परिणामों से भाजपा को भले ही झटका लगा हो, लेकिन जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव में भाजपा ने जयपुर सहित कई स्थानों पर कांग्रेस के साथ खेला कर दिया है.

जयपुर में भाजपा ने कांग्रेस के बागी की मदद से जिला प्रमुख की कुर्सी कांग्रेस के खाते से छीन ली. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के विधानसभा क्षेत्र आमेर की दो पंचायत समितियों में भी भाजपा ने पूर्ण बहुमत न होने के बावजूद रणनीतिक कौशल के जरिए अपना प्रधान बना लिया.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से बातचीत

कांग्रेस को जोर का झटका धीरे से...

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के अनुसार इन चुनावों में कांग्रेस को जोर का झटका धीरे से लगा है. पूनिया ने कहा कि अब तक कांग्रेस के नेता इन चुनावों में खेला होने की बात करते थे, लेकिन अब कांग्रेस के साथ ही इन चुनावों में खेला हो गया. सतीश पूनिया ने कहा यह भाजपा के कार्यकर्ताओं के परिश्रम की जीत है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तानाशाही और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ बने माहौल का परिणाम है.

सत्ता के दुरुपयोग से जनता को डराया, लेकिन...

ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि मौजूदा चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता का जमकर दुरुपयोग किया और जनता को डराने का काम ही किया. लेकिन जनप्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ मैंडेट देकर यह साफ कर दिया कि अब कांग्रेस की राजस्थान से विदाई तय है. सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि जिस तरह के परिणाम पंचायत राज चुनाव में आए थे, उसमें यह साफ था कि 200 जिला परिषद सीटों में से केवल 99 ही कांग्रेस को मिली. मतलब आधे से ज्यादा मैंडेट उनके खिलाफ था. अब जिला प्रमुख और पंचायत समिति प्रधान के चुनाव में यह साबित भी हो गया है.

पढ़ें- 'एक' का दम : रमा देवी एक वोट से बनी जयपुर की नई जिला प्रमुख, जैकी टाटीवाल बने 'किंग मेकर'

बहुमत के बिना भी जिला प्रमुख और प्रधान बनने की वजह...

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा स्पष्ट बहुमत के बावजूद जिन जिला परिषद और पंचायत समितियों में प्रमुख और प्रधान बने, उसके पीछे सबसे बड़ा कारण सत्तारूढ़ कांग्रेस से उनके ही जनप्रतिनिधियों की नाराजगी थी. वहीं इसके पीछे भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत भी है और साथ ही जिस प्रकार चुनाव परिणाम को लेकर पूर्व में प्रचारित किया गया, उसका अब कांग्रेस को जवाब भी मिल गया है. पूनिया ने कहा कि कुछ कांग्रेस के लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन कर भाजपा में आए, तो कुछ भाजपा और मोदी सरकार की राष्ट्रवाद की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा के पास आए.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से बातचीत
विक्ट्री साइन दिखाते भाजपा के दिग्गज

जनता का जूता भारी होता है...

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया से जब पूछा गया कि अब तक बीजेपी इन चुनावों में सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही लेकिन मौजूदा परिणाम और उलटफेर कुछ और ही कहानी बयां करते हैं तब सतीश पूनिया ने कहा कि जनता का जूता काफी भारी होता है. यह बात सरकार और अफसरों को भी समझ में आ गई और इसी दबाव में अफसरों ने भी निरपेक्ष रूप से काम किया. क्योंकि जब जनता भारी पड़ती है तो वह सरकार को भी उखाड़ फेंकती है.

गौरतलब है कि कांग्रेस से भाजपा में आई रमादेवी जयपुर की नई जिला प्रमुख बनी हैं. वहीं आमेर विधानसभा क्षेत्र में आने वाली जालसू और गोविंदगढ़ पंचायत समितियों में भी बहुमत नहीं होने के बावजूद भाजपा ने अपने प्रधान बनाए हैं.

जयपुर. पंचायत राज चुनाव के परिणामों से भाजपा को भले ही झटका लगा हो, लेकिन जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव में भाजपा ने जयपुर सहित कई स्थानों पर कांग्रेस के साथ खेला कर दिया है.

जयपुर में भाजपा ने कांग्रेस के बागी की मदद से जिला प्रमुख की कुर्सी कांग्रेस के खाते से छीन ली. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के विधानसभा क्षेत्र आमेर की दो पंचायत समितियों में भी भाजपा ने पूर्ण बहुमत न होने के बावजूद रणनीतिक कौशल के जरिए अपना प्रधान बना लिया.

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कांग्रेस को जोर का झटका धीरे से...

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के अनुसार इन चुनावों में कांग्रेस को जोर का झटका धीरे से लगा है. पूनिया ने कहा कि अब तक कांग्रेस के नेता इन चुनावों में खेला होने की बात करते थे, लेकिन अब कांग्रेस के साथ ही इन चुनावों में खेला हो गया. सतीश पूनिया ने कहा यह भाजपा के कार्यकर्ताओं के परिश्रम की जीत है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तानाशाही और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ बने माहौल का परिणाम है.

सत्ता के दुरुपयोग से जनता को डराया, लेकिन...

ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि मौजूदा चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता का जमकर दुरुपयोग किया और जनता को डराने का काम ही किया. लेकिन जनप्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ मैंडेट देकर यह साफ कर दिया कि अब कांग्रेस की राजस्थान से विदाई तय है. सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि जिस तरह के परिणाम पंचायत राज चुनाव में आए थे, उसमें यह साफ था कि 200 जिला परिषद सीटों में से केवल 99 ही कांग्रेस को मिली. मतलब आधे से ज्यादा मैंडेट उनके खिलाफ था. अब जिला प्रमुख और पंचायत समिति प्रधान के चुनाव में यह साबित भी हो गया है.

पढ़ें- 'एक' का दम : रमा देवी एक वोट से बनी जयपुर की नई जिला प्रमुख, जैकी टाटीवाल बने 'किंग मेकर'

बहुमत के बिना भी जिला प्रमुख और प्रधान बनने की वजह...

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा स्पष्ट बहुमत के बावजूद जिन जिला परिषद और पंचायत समितियों में प्रमुख और प्रधान बने, उसके पीछे सबसे बड़ा कारण सत्तारूढ़ कांग्रेस से उनके ही जनप्रतिनिधियों की नाराजगी थी. वहीं इसके पीछे भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत भी है और साथ ही जिस प्रकार चुनाव परिणाम को लेकर पूर्व में प्रचारित किया गया, उसका अब कांग्रेस को जवाब भी मिल गया है. पूनिया ने कहा कि कुछ कांग्रेस के लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन कर भाजपा में आए, तो कुछ भाजपा और मोदी सरकार की राष्ट्रवाद की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा के पास आए.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से बातचीत
विक्ट्री साइन दिखाते भाजपा के दिग्गज

जनता का जूता भारी होता है...

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया से जब पूछा गया कि अब तक बीजेपी इन चुनावों में सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही लेकिन मौजूदा परिणाम और उलटफेर कुछ और ही कहानी बयां करते हैं तब सतीश पूनिया ने कहा कि जनता का जूता काफी भारी होता है. यह बात सरकार और अफसरों को भी समझ में आ गई और इसी दबाव में अफसरों ने भी निरपेक्ष रूप से काम किया. क्योंकि जब जनता भारी पड़ती है तो वह सरकार को भी उखाड़ फेंकती है.

गौरतलब है कि कांग्रेस से भाजपा में आई रमादेवी जयपुर की नई जिला प्रमुख बनी हैं. वहीं आमेर विधानसभा क्षेत्र में आने वाली जालसू और गोविंदगढ़ पंचायत समितियों में भी बहुमत नहीं होने के बावजूद भाजपा ने अपने प्रधान बनाए हैं.

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