जयपुर. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण (constable recruitment exam paper leak case) की जांच कर रही राजस्थान एसओजी की टीम ने झोटवाड़ा के दिवाकर पब्लिक स्कूल में डेरा डाल रखा है. एसओजी टीम इस पूरे प्रकरण से जुड़े हुए एक-एक दस्तावेज को खंगाल रही है, इसके साथ ही स्कूल प्रशासन और वहां पर मौजूद स्टाफ से भी लगातार पूछताछ कर रही है. स्कूल में बोर्ड की परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था और दूसरी और एसओजी की टीम प्रकरण की जांच में जुटी हुई थी. एसओजी की टीम ने जब स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो पाया कि स्ट्रांग रूम में पेपर रखने के बाद आधे घंटे तक सीसीटीवी बंद रखा गया.
बताया जा रहा है कि इस दौरान ही सेफ से पेपर को बाहर निकाला गया और फिर सेफ के पास ही बने एक कमरे में ले जाकर उस पेपर को हल किया गया व उसकी फोटो फर्श पर रखकर खींची गई. इसके बाद जब सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग को फिर से शुरू किया गया तो उस रिकॉर्डिंग में स्ट्रांग रूम में रखे गए पेपर बॉक्स की जगह भी बदली हुई पाई गई. वहीं इस पूरे प्रकरण में स्कूल के कर्मचारी मोहन की भूमिका भी पाई गई है. जो फिलहाल फरार चल रहा है और एसओजी की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है.
इसके साथ ही स्कूल के कुछ कर्मचारी इस पूरे प्रकरण के बाद से अपना मोबाइल स्विच ऑफ करके फरार चल रहे हैं. वहीं किसी संगठित गिरोह के साथ मिलकर ही स्कूल के स्ट्रांग रूम से पेपर को आउट किया गया है और इस पूरे प्रकरण में अनेक लोग संलिप्त है जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं प्रकरण में पकड़े गए 8 लोगों से लगातार एसओजी की पूछताछ जारी है. जिसमें कई बड़े खुलासे होने की संभावना है.
एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में दिवाकर पब्लिक सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल एवं केंद्र अधीक्षक शालू शर्मा, उनके डायरेक्टर एवं सहायक केंद्र अधीक्षक मुकेश कुमार शर्मा, सत्य नारायण कुमावत, राकेश सिंह, कमल कुमार वर्मा, रोशन कुमावत, विक्रम सिंह और एएसआई रतन लाल शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. एसओजी की एंटी चीटिंग सेल की ओर से इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया अबतक प्रकरण में इन तमाम लोगों की पेपर लीक करने में संलिप्तता पाई गई है. प्रकरण में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.