जयपुर. लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस के पैनलिस्ट को डिबेट पर जाने से रोक लगा दी थी. जो करीब 100 दिन बीत जाने के बाद अब भी जारी है. इन दिनों कांग्रेस की तरफ से डिबेट में प्रवक्ता के तौर पर कोई बोलने वाला नहीं होता है. यहां तक की जहां भी कांग्रेस शासित प्रदेश है. वहां भी रोक जारी है. इसे लेकर भाजपा ने कई बार कांग्रेस पर आरोप भी लगाया कि कांग्रेस के पास बोलने के लिए कुछ नहीं होता है.
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वहीं इसे लेकर राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा है कि अभी तक कोई भी प्रवक्ता किसी डिबेट में नहीं जा रहा है. बहस में हिस्सा भी नहीं ले रहा है और जो फैसला कांग्रेस आलाकमान करती है. उस फैसले और नीति पर चलना सभी कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है. तो वहीं कांग्रेस महासचिव सुशील शर्मा ने कहा कि प्रवक्ता डिबेट में नहीं जाते हैं, यह निर्णय कांग्रेस के आलाकमान ने लिया है.
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वहीं शर्मा ने बताया कि कुछ राज्य में डिबेट पर जाना शुरू हो गया है और उन्हें लगता है कि जल्द ही राजस्थान में पैनलिस्ट डिबेट में जा सकेंगे. क्योंकि राजस्थान में हमारी सरकार है और सरकार बड़े फैसले कर रही है जो महत्वपूर्ण भी है और जनहित के हैं जो आम जनता तक पहुंचना जरूरी है. उनकी पैरवी के लिए डिबेट में नहीं जाना कहीं ना कहीं भाजपा को फायदा पहुंचा रहा है. ऐसे में उन्हें लगता है कि जल्द ही कांग्रेस शासित राज्यों में तो इसे लेकर कोई निर्णय हो जाएगा.