जयपुर. कांग्रेस के सबसे अनुशासित और हरावल दस्ते के रूप में मशहूर प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने रविवार को क्रांति दिवस के अवसर पर भारतीय संविधान, लोकतंत्र की रक्षार्थ विषय पर विचार गोष्ठी आहूत की. जिसमें पूर्व सेवादल अध्यक्षों ने देश के लोकतंत्र को खतरे में बताते हुए, प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती देने और संगठित करने के लिए सेवा दल के कार्यकर्ताओं को आगे आने की अपील की. साथ ही लोकतंत्र की रक्षार्थ राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया.
प्रदेश कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार पर संवैधानिक एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए, लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. इस क्रम में रविवार को कांग्रेस सेवादल मुख्यालय पर महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर वर्तमान परिस्थितियों पर विचार गोष्ठी की गई.
इस दौरान सेवादल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चौधरी ने कहा कि गांधी जी ने अपने सिद्धांतों के विरुद्ध करो या मरो का नारा दिया, और अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन किया था. उस दौर में सेवादल के कार्यकर्ताओं ने अपनी महती भूमिका निभाई. प्रदेश में राजनीतिक उठापटक का दौर है. ऐसे में इस हरावल दस्ते की दोबारा वही जिम्मेदारी बनती है. सेवादल को कांग्रेस पार्टी को दोबारा मजबूत करने, संगठित करने और उनके तमाम संदेशों को बूथ के कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा.
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सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में लोकतंत्र को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. केंद्र सरकार संवैधानिक तंत्र का दुरुपयोग कर मध्य प्रदेश और कर्नाटक के बाद राजस्थान में सरकार गिराने का प्रयास कर रही है. इसके खिलाफ राजस्थान सेवा दल ने आह्वान करते हुए, लोकतंत्र बचाओ संगोष्ठी और यात्राओं का आयोजन किया, और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया.