जयपुर : जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने वांछित चल रहे 20000 के इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी ज्योति नगर थाने में काफी समय से वांछित चल रहा था. क्राइम ब्रांच की टीम ने हरिद्वार से आरोपी जनक मीणा को दस्तयाब करके ज्योति नगर थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया. शनिवार को ज्योति नगर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के मुताबिक एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र बिश्नोई और डीसीपी क्राइम अरशद अली के निर्देशन में सीएसटी (क्राइम ब्रांच) टीम ने एक 20000 रुपए के इनामी वांछित को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इनामी अपराधियों की धरपकड़ करने के लिए पुलिस इंस्पेक्टर भवानी सिंह और सब इंस्पेक्टर पुरुषोत्तम के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल हरदयाल, कांस्टेबल कृष्णपाल और मनोज की टीम गठित की गई.
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वांछित इनामी अपराधियों के संभावित स्थानों पर तलाशी शुरू की गई और सूचना संकलित करके सूचनाओं को डवलप किया गया. इस दौरान वांछित आरोपी गंगापुर सिटी निवासी जनक मीणा को हरिद्वार में होने की सूचना प्राप्त हुई. सूचना मिलते ही हेड कांस्टेबल हरदयाल, कांस्टेबल कृष्णपाल और मनोज ने हरिद्वार जाकर वांछित आरोपी जनक मीणा को दस्तयाब किए. आरोपी को दस्तयाब करने के बाद ज्योति नगर थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया.
आरोपी के खिलाफ साल 2022 में धारा 323, 341, 364ए, 365, 395, 483 और 120 बी भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. काफी समय से आरोपी फरार चल रहा था, जिस पर डीसीपी साउथ की ओर से 20000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था. ज्योति नगर थाना पुलिस ने आरोपी को मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया है. कार्रवाई में हेड कांस्टेबल हरदयाल, कांस्टेबल कृष्ण पाल, मनोज कुमार और तकनीकी शाखा से कांस्टेबल गिरधारी लाल की अहम भूमिका रही है.
पुलिस के मुताबिक वांछित आरोपी जनक मीणा अलग-अलग जगह पर फरारी काट रहा था. फरारी के दौरान अजमेर, अहमदाबाद, हरिद्वार में हुलिया बदल कर रह रहा था. वर्तमान में आरोपी हरिद्वार के मेला अस्पताल में अपने स्वर्गीय भाई की डिग्री से वार्ड बॉय की नौकरी कर रहा था. फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है.