जयपुर. कांग्रेस पार्टी की संगठन चुनाव की प्रक्रिया 15 अप्रैल को सदस्यता अभियान समाप्त होने के बाद शुरू (congress party membership program in rajasthan) हो जाएगी. इस बार कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि संगठन में चुनाव के जरिए ही पदाधिकारी चुने जाएं. पीसीसी सदस्य, एआईसीसी सदस्य, जिला अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष सभी पदों पर चुनाव के माध्यम से ही नियुक्तियां की जाएंगी. अब कांग्रेस ने संगठन चुनाव की घोषणा कर दी है, तो ऐसे में राजस्थान में भी इन चुनावों का इंतजार शुरू हो गया है.
एक साल बाद हो रहे संगठन चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ता को लग रहा है कि इस बार उसका भी नंबर पदाधिकारी बनने में आ सकता है. वहीं, दूसरी तरफ संगठन चुनाव के चलते कांग्रेस पार्टी के आवासीय प्रशिक्षण शिविरों के साथ ही सभी संगठनात्मक काम अटक गए हैं. एआईसीसी की ओर से कांग्रेस आवासीय प्रशिक्षण का प्रोग्राम तय हुआ था. जिसके तहत कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की रीति-नीति और सिद्धांतों को कैसे आमजन तक पहुंचाया जाए, भाजपा की गलत नीतियों को कैसे आमजन के बीच रखा जाए, इसे लेकर सभी जिलों में दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण किए जाने थे. लेकिन राजस्थान में अभी तक केवल 13 जिलों में ही जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है. वहीं, प्रदेश स्तरीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर केवल 8 जिलों में ही आयोजित हो सके हैं.
केवल प्रशिक्षण शिविर ही नहीं बल्कि संगठन चुनाव के चलते कांग्रेस पार्टी के 29 जिला अध्यक्ष, 42 जिलों की कार्यकारिणी, 400 ब्लॉक अध्यक्ष और 400 ब्लॉक कार्यकारिणीयां अटक गई है. जिनमें संगठन चुनाव के बाद ही नियुक्तियां हो सकेगी. इतना ही नहीं संगठन चुनाव के चलते जो 13 जिला अध्यक्ष घोषित किए जा चुके हैं, उन 13 जिलों में भी जिला कांग्रेस कार्यकारिणी और ब्लॉक अध्यक्ष और ब्लाक कार्यकारिणी नहीं घोषित की जा सकती है. ऐसे में साफ है कि संगठन चुनाव के चलते राजस्थान में कांग्रेस के संगठनात्मक कामकाज भी अटक गए हैं.