जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच अब एक और परिवाद भाजपा ने सोडाला पुलिस थाने में दिया है. ये परिवाद राजभवन में पिछले दिनों हुए कांग्रेस विधायकों के धरने को लेकर है. इसके खिलाफ भाजपा नेता शैलेंद्र भार्गव ने परिवाद देकर कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
परिवाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, वरिष्ठ नेता अजय माकन सहित अन्य विधायकों का जिक्र किया गया है. परिवाद में हाल ही में राजभवन में कांग्रेस विधायकों की ओर से दिए गए धरने और की गई नारेबाजी का जिक्र किया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री की ओर से राज्यपाल को लेकर दिए गए बयान का जिक्र किया गया है.
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शैलेंद्र भार्गव ने कहा कि इस प्रकार की घटना से राजभवन और राज्यपाल को आतंकित करने का काम किया गया है. इसके लिए कानून की विभिन्न धाराओं के तहत इन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए. भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में शैलेंद्र भार्गव के साथ ही पूर्व युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष राजेश टिक्कीवाल, पूर्व जयपुर शहर मंत्री विजय शर्मा, पूर्व महामंत्री अजय पारीक के साथ ही बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक लोकेश शर्मा मौजूद रहे.
राजभवन में कांग्रेस नेताओं ने की थी नारेबाजी
गौरतलब है कि 24 जुलाई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन में जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र से अकेले मुलाकात की. इस दौरान तमाम कांग्रेस और उनके समर्थित विधायक राजभवन में बने लॉन में बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र भी विधायकों के बीच मुख्यमंत्री के साथ पहुंचे, लेकिन उस समय भी विधायक लगातार नारेबाजी करते रहे.
विधायकों ने राजभवन में तानाशाही नहीं चलेगी, अशोक गहलोत जिंदाबाद, विधानसभा सत्र बुलाओ और अशोक गहलोत संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं.. जैसे नारे लगाए. हालांकि, विधायकों ने राज्यपाल की गरिमा को देखते हुए नारेबाजी बंद कर दी थी.