जयपुर. प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री के बयान के बाद एक बार फिर पायलट खेमे के विधायकों ने अपने बयान जारी किए हैं. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष रहे हेमाराम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जो बयान सुने उसे सुनकर मुझे बड़ा आघात लगा है.
उन्होंने कहा देश की जनता को भी इससे बड़ा दुख हुआ है. क्योंकि एक व्यक्ति जिसने राजस्थान के अंदर, जो कांग्रेस पूरी तरीके से खत्म हो चुकी थी उसे जीवित किया, राजस्थान में सरकार बनाई. जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा उसे बाद में दरकिनार कर दिया. साथ ही सरकार बनने से लेकर अब तक सरकार के अंदर सबसे अच्छी परफॉर्मेंस रही. ऐसे नेता के बारे में ऐसा बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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हेमाराम ने कहा इससे पूर्व परसराम मदेरणा, सीपी जोशी और इस बार सचिन पायलट तीनों के नेतृत्व में चुनाव लड़ा तो सत्ता में आई और सत्ता में आने के बाद इन को दरकिनार कर दिया जाता है. अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बन जाते हैं इस तरह की हमेशा चाल करते हैं. इस तरीके की चालों से मुख्यमंत्री बाज आएं और किसी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से बाज आएं. कौन भ्रष्ट है कौन नहीं, यह जनता जानती है. राजस्थान की जनता से माफी मांगे और इस तरीके के वक्तव्यों को देना बंद करें.
गीदड़ भभकी से नहीं डरता: विश्वेंद्र सिंह
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने वीडियो जारी कर कहा कि मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता से भरतपुर की जनता से राजस्थान की जनता से और पूरी देश की जनता से यह निवेदन करना चाहता हूं कि जिस तरीके से राजस्थान की सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है, यह किसी से छुपी हुई बात नहीं है.
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परसों तक मैं उनका कैबिनेट मंत्री था आज मुझ पर एसओजी के और एसीबी के केस लगा दिए गए हैं. इन केसों का क्या अर्थ निकल रहा है. हमने कोई बेईमानी नहीं की. उन्होंने कहा कि बेबाकी से बोलने वाला आदमी हूं और आगे भी बोलता रहूंगा. ऐसी गीदड़ भभकियों से मैं नहीं डरता हूं. पार्टी के खिलाफ हमने कोई काम नहीं किया है. हमने केवल प्रदेश का नेतृत्व बदलने की मांग की थी और अब भी वही है.