जयपुर. नवंबर माह में होने वाले 52 निकायों के चुनाव की तैयारी में राजस्थान कांग्रेस जुटती हुई दिखाई दे रही है. यह चुनाव कांग्रेस के लिए वैसे भी नाक का सवाल होंगे. क्योंकि दिसंबर में जब कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनी उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी थी. लोकसभा चुनाव में उसे जनता ने पूरी तरह नकारते हुए 25 में से एक भी सीट नहीं जीतने दी.
ऐसे में अब आगामी निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट कर अभी से चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए जहां निगाहों में पहले प्रदेश कांग्रेस की ओर से पर्यवेक्षक भेजे गए थे तो अब खुद प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट इन चुनाव की मॉनिटरिंग में लग गए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने बुधवार 28 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठक बुलाई है, जिसमें प्रदेश कांग्रेस संगठन के सभी जिला प्रभारी, सभी जिला अध्यक्ष, सभी विधायक और विधायक का चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी और नगर अध्यक्ष मौजूद रहेंगे.
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इस दौरान संगठन की ओर से चुनाव के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. वैसे भी कहा जाता है कि निकाय और निगम के चुनाव में भाजपा का पर्दा हमेशा भारी रहता है और पहले से लोकसभा चुनाव में मनोबल खो चुकी कांग्रेस इन चुनाव में जीतकर कार्यकर्ता का मनोबल तो बढ़ाना चाहेगी. इसके साथ ही यह भी साबित करना चाहेगी कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और जनता कांग्रेस के साथ है. हालांकि नतीजे क्या होते हैं वह तो आने वाला समय ही बताएगा.