जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट (Rajasthan Budget 2022) के दौरान जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में 5 नए विभाग खोलने की घोषणा की है. जिसके बाद काफी नई सुविधाएं मरीजों को SMS अस्पताल में मिल सकेगी.
दरअसल SMS अस्पताल में राजस्थान से ही नहीं बल्कि हरियाणा, एमपी, यूपी राज्यों के मरीज भी अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. ऐसे में सस्ती दर पर इलाज SMS अस्पताल में संभव हो सकेगा. खासकर छोटे बच्चों से जुड़ी जटिल बीमारियों का इलाज भी SMS अस्पताल में होगा.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनय मल्होत्रा का कहना है कि सरकार ने अपने बजट में 5 नए विभाग खोलने की घोषणा की है. जिससे प्रदेश की जनता को काफी राहत मिलेगी. बजट घोषणा के तहत अस्पताल में पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी थोरेसिस, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग सबसे पहले खोले जाएंगे.
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बच्चों के जटिल ऑपरेशन : SMS अस्पताल में पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी विभाग खुलने के बाद बच्चों में होने वाली किडनी संबंधित बीमारियों का इलाज हो सकेगा. डॉक्टर विनय मल्होत्रा का कहना है कि मौजूदा समय में पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजिस्ट सरकारी अस्पतालों में मौजूद नहीं है. ऐसे में कई बार बच्चों को इलाज के लिए बाहर भेजा जाता है. लेकिन पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी विभाग के खुलने के साथ ही SMS अस्पताल में भी किडनी संबंधी ऑपरेशन और अन्य इलाज संभव हो सकेंगे. इसके अलावा पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी थोरेसिस विभाग खुलने के बाद दिल की बीमारियों से जूझ रहे बच्चों का इलाज भी एसएमएस अस्पताल में संभव होगा.
बड़ी संख्या में आते हैं मरीज : सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो हर दिन तकरीबन 8 से 10 हजार मरीज ओपीडी में अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. वही तकरीबन 500 नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाता है. इस अस्पताल में राजस्थान से ही नहीं बल्कि इनके पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से मरीज भी अपना इलाज करवाने SMS अस्पताल पहुंचते हैं. ऐसे में नए विभाग खुलने के बाद राजस्थान से ही नहीं बल्कि बाहर से आने वाले मरीजों को भी एक सस्ती दर पर अच्छा इलाज SMS अस्पताल में मिल सकेगा
आईपीडी, ओपीडी फ्री : प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट के दौरान प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले मरीजों के लिए ओपीडी और आईपीडी निशुल्क कर दी है. इससे पहले अस्पताल में ओपीडी और आईपीडी के तहत एक मामूली शुल्क वसूल किया जाता था. लेकिन अब इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है तो वहीं प्रदेश में निशुल्क जांच और दवा योजना के दायरे को भी बढ़ाया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 10 लाख तक का इलाज फ्री करने की घोषणा सरकार की ओर से की गई है.