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अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित, प्रशासनिक सुधार विभाग की बैठक भी टली

अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित हो गई है. वहीं इस कॉन्फ्रेंस की कॉन्फ्रेंस की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से 31 जुलाई को होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है. माना जा रहा है कई जिलों में हो रही भारी बरसात के चलते कॉन्फ्रेंस को स्थगित किया गया है.

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Published : Jul 30, 2019, 11:38 PM IST

collector sp conference postponed

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने को लेकर अगस्त के पहले सप्ताह में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर और एसपी के साथ में कॉन्फ्रेंस करने जा रहे थे. लेकिन अब यह कॉन्फ्रेंस स्थगित कर दी गई है. सूत्रों की माने तो प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए है. ऐसे में इस कॉन्फ्रेंस को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. इसके साथ ही कॉन्फ्रेंस की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से 31 जुलाई को होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है.

अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित

कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेसिंग की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी विभागों को जरूरी तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए थे. इसके लिए विभागों की योजनाएं और भविष्य की कार्य योजना बनाने को कहा गया था. ताकि प्रेजेंटेशन तैयार किया जा सके. हाल ही में कानून व्यवस्था का खतरा बनती घटनाओं के मद्देनजर यह कॉन्फ्रेंसिंग अहम मानी जा रही थी. करीब 3 दिन तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में 2 दिन कलेक्टर से उनके जिले की विकास योजनाओं का रोडमैप लिया जाना था. साथ ही सरकार की योजनाओं का फायदा लोगों को कितना मिल पा रहा है. इसके बारे में भी जानकारी ली जानी थी.

प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों और सचिवों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सरकार की नीति बनाने के मामले में खास फोकस के साथ ही राज्य सरकार की जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी निर्माण की चुनौतियों को समझते हुए नीतियों में बदलाव पर भी खासा ध्यान दें. सरकार का जन घोषणा पत्र इसका एक उदाहरण है. राज्य के बजट में भी विभागों के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है. प्रजेन्टेशन को 30 जुलाई के पहले भिजवाने के निर्देश दिए थे. जिनमें से कई विभागों ने प्रजेन्टेशन तैयार कर सबमिट भी कर दिया था.

इसे भी पढ़ें- भीलवाड़ा एसीबी की बड़ी कार्रवाई, GSS व्यवस्थापक 25 हजार रुपए रिश्वत लेते ट्रैप

यह कॉन्फ्रेंस इसलिए भी खास मानी जा रही थी क्योंकि सरकार ने चुनाव के दौरान किए गए घोषणा पत्र को सरकारी दस्तावेज में शामिल कर लिया है. अब सरकारी दस्तावेज में शामिल होने के बाद में इसकी घोषणाओं की क्रियांवती कहां तक पहुंची. इसको लेकर भी कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फीडबैक लिया जाना था. साथ ही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे लोगों तक पहुंचाने के लिए योजना बनानी थी.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने को लेकर अगस्त के पहले सप्ताह में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर और एसपी के साथ में कॉन्फ्रेंस करने जा रहे थे. लेकिन अब यह कॉन्फ्रेंस स्थगित कर दी गई है. सूत्रों की माने तो प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए है. ऐसे में इस कॉन्फ्रेंस को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. इसके साथ ही कॉन्फ्रेंस की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से 31 जुलाई को होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है.

अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित

कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेसिंग की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी विभागों को जरूरी तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए थे. इसके लिए विभागों की योजनाएं और भविष्य की कार्य योजना बनाने को कहा गया था. ताकि प्रेजेंटेशन तैयार किया जा सके. हाल ही में कानून व्यवस्था का खतरा बनती घटनाओं के मद्देनजर यह कॉन्फ्रेंसिंग अहम मानी जा रही थी. करीब 3 दिन तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में 2 दिन कलेक्टर से उनके जिले की विकास योजनाओं का रोडमैप लिया जाना था. साथ ही सरकार की योजनाओं का फायदा लोगों को कितना मिल पा रहा है. इसके बारे में भी जानकारी ली जानी थी.

प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों और सचिवों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सरकार की नीति बनाने के मामले में खास फोकस के साथ ही राज्य सरकार की जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी निर्माण की चुनौतियों को समझते हुए नीतियों में बदलाव पर भी खासा ध्यान दें. सरकार का जन घोषणा पत्र इसका एक उदाहरण है. राज्य के बजट में भी विभागों के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है. प्रजेन्टेशन को 30 जुलाई के पहले भिजवाने के निर्देश दिए थे. जिनमें से कई विभागों ने प्रजेन्टेशन तैयार कर सबमिट भी कर दिया था.

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यह कॉन्फ्रेंस इसलिए भी खास मानी जा रही थी क्योंकि सरकार ने चुनाव के दौरान किए गए घोषणा पत्र को सरकारी दस्तावेज में शामिल कर लिया है. अब सरकारी दस्तावेज में शामिल होने के बाद में इसकी घोषणाओं की क्रियांवती कहां तक पहुंची. इसको लेकर भी कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फीडबैक लिया जाना था. साथ ही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे लोगों तक पहुंचाने के लिए योजना बनानी थी.

Intro:
जयपुर

बारिश ने रोकी कॉन्फ्रेंस , अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित , सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करने को लेकर होनी थी कॉन्फ्रेंस ,

एंकर:- प्रदेश में गहलोत सरकार बनने के बाद पहली बार होने जा रही कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित हो गई है , ये कॉन्फ्रेंस अगस्त के पहले सप्ताह में होनी थी , कॉन्फ्रेंस की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की और से 31 जुलाई की बैठक भी स्थगित कर दी गई है , माना जा रहा है प्रदेश के कई जिलों में हो रही भारी बृषनके चलते इस कॉन्फ्रेंस को स्थगित किया गया है ।




Body: VO:- प्रदेश सीएम गहलोत के नेतृत्व में बनी कोंग्रेस की सरकार अपनी जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक कितना ओर किस तरहं से लाभ पहुंचे इसको लेकर अगस्त के पहले सप्ताह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ में कॉन्फ्रेंस करने जा रहे थे , लेकिन अगस्त के पहले सप्ताह में होने काली ये कॉन्फ्रेंस अभी स्थगित कर दी गई है , सूत्रों की माने तो प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने है ऐसे में इस कॉन्फ्रेंस फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है , इसके साथ ही कॉन्फ्रेंस की तैयारियों को लेकर प्रशासनी सुधार विभाग की और से 31 जुलाई को होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है , दरअसल कॉन्फ्रेसिंग की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी विभागों को जरूरी तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए थे , इसके लिए विभागों की योजनाएं और भविष्य की कार्य योजना बनाने को कहा गया था ताकि इसे लेकर प्रेजेंटेशन तैयार किया जा सके हाल ही में कानून व्यवस्था का खतरा बनती घटनाओं के मद्देनजर यह कॉन्फ्रेंसिंग अहम मानी जा रही थी , यह कॉन्फ्रेंस 3 दिन तक चलने की संभावना थी जिसमें 2 दिन कलेक्टर से उनके जिले की विकास योजनाओं के रोड में फिट भी किया जाएगा साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का फायदा कहां तक लोगों को मिल पा रहा है इसके बारे में भी जानकारी ली जानी थी सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रमुख सचिवों प्रमुख सचिवों और सचिवों को प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार की नीति बनाने के मामले में खास फोकस के साथ ही राज्य सरकार की जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी निर्माण की चुनौतियों को समझते हुए नीतियों में बदलाव पर भी खासा ध्यान दे , सरकार का जन्म घोषणापत्र इसका एक उदाहरण है राज्य के बजट में भी विभागों के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है , प्रजेन्टेशन को 30 जुलाई के पहले भिजवाने के निर्देश दिए थे , इसमें कई विभागों ने प्रजेन्टेशन तैयार कर समिट भिनकर दिया




Conclusion:VO:- गहलोत सरकार की पहली कॉन्फ्रेंस इसलिए भी खास मानी जा रही थी क्योंकि सरकार ने चुनाव के दौरान किए गए घोषणापत्र को सरकारी दस्तावेज में शामिल कर लिया है अब सरकारी दस्तावेज में शामिल होने के बाद में इन घोषणाओं की क्रियांवती कहां तक पहुंची इसको लेकर भी इस कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फीडबैक लिया जाएगा। साथ ही कलेक्टर और एसपी को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे युवक तक पहुंचे इसके लिए तैयार किया जा रहा था ।
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