जयपुर. जिला कलेक्टर जोगाराम ने मंगलवार को पहली बार जयपुर जिला कलेक्टर की ओर से गोद ली गई बेटी अमिता टांक से मुलाकात की. इस दौरान जोगाराम ने अमिता को सुबह पांच बजे उठकर पढ़ने और आगे बढ़ने के टिप्स दिए. जिला कलेक्टर ने अमिता को अन्य गतिविधियों में भी भाग लेने को कहा.
बता दें कि जिला कलेक्टर ने पद संभालने के बाद पहली बार गोद ली हुई बेटी अमिता टांक से मुलाकात की. जोगाराम ने अमिता से पढ़ाई और उसके बारे में पूरी जानकारी ली. उन्होंने अमिता से पूछा कि परीक्षा कब से है?, आठवीं बोर्ड की परीक्षा की तैयारी कैसी चल रही है?, कैसे पढ़ती हो? भविष्य में क्या बनना चाहती हो ? आदि विषय पर खुलकर बात की.
इस दौरान जोगाराम ने अमिता को सुबह जल्दी 5 बजे उठकर पढ़ाई करने को कहा, ताकि ज्यादा चीजें अच्छी तरह से याद रहे. डॉ जोगाराम ने अमिता से हॉस्टल और स्कूल से संबंधित समस्याओं के बारे में भी पूछा. इस पर अमिता ने हॉस्टल में गर्म पानी और रजाई की जरूरत बताई. इस पर डॉ जोगाराम ने संबंधित अधिकारियों को बात करने को कहा.
जिला कलेक्टर ने अमिता को चॉकलेट और मिठाई भी दी और कहा कि कोई भी समस्या हो तो उन्हें तुरंत बताए. अमिता ने कहा कि वो बड़ी होकर एसडीएम बनना चाहती है.
आपकी बेटी योजना में जयपुर जिला कलेक्टर की ओर से गोद ली हुई बेटी अमिता टांक 12 साल की है. वह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधीनगर द्वितीय जयपुर में आठवीं कक्षा में है और राजकीय सावित्रीबाई फुले कन्या छात्रावास गांधीनगर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही है. अमिता की इच्छा डांस सीखने की भी है.
पढ़ें- अदालती आदेश की अवमानना के लिए क्यों न अफसरों को दंडित किया जाए
वहीं, योजना की प्रभारी अधिकारी एसडीएम नॉर्थ ओम प्रभा भी इस मुलाकात में साथ थी. ओम प्रभा समय समय पर अमिता का परिवार के सदस्य की तरह ध्यान रखती है और अमिता को कोई भी परेशानी होने पर उनसे अपनी हर बात साझा करती है.