जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने निर्देश दिए हैं कि विशेष प्रयास कर जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाई जाए. इसके लिए विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में सभी ब्लॉक सीएमएचओ ‘‘डोर टू डोर’’ सर्वे के दौरान वैक्सीनेशन से शेष रहे लोगों की सूचना एकत्र करें और सीएचसी-पीएचसी पर शिविर में उन्हें कोविड का टीका लगवाना सुनिश्चित करें. उन्होंने सीएचसी पर स्थापित सभी कोविड कन्सल्टेशन एवं केयर सेंटर्स पर आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर सीएचसी को अस्पताल की तरह फक्शनल करने के भी निर्देश दिए.
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जिला कलेक्टर नेहरा ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी, आरसीएचओ, बीसीएमएचओ और अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर यह निर्देश दिए. नेहरा ने कहा कि कोविड 19 की दूसरी लहर में संक्रमण में कमी आ रही है इसलिए इस समय वैक्सीनेशन पर अधिक ध्यान दिया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को पहली डोज से वैक्सीनेट करवाने के लिए वैक्सीनेशन साइट्स बढ़ा ली जाएं, क्योंकि इसके बाद दूसरी डोज का समय आने के कारण व्यस्तता बढ़ जाएगी. इसके लिए विषेष शिविर लगाए जा सकते हैं.
उन्होंने ग्रामीण इलाकों, औद्योगिक क्षेत्रों एवं ऐसे स्थान जहां अभी वैक्सीनेशन कम है वहां एवं ‘‘डोर टू डोर’’ आईएलआई मरीजों का सर्वे कर रही टीमों के जरिए भी वैक्सीनेशन के लिए समझाइश करने के निर्देश दिए. नेहरा ने आरसीएचओ को निर्देश दिए कि वैक्सीन की उपलब्धता होते ही जल्द उसका उपयोग कर लिया जाना चाहिए.
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45 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हैं, 18 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर शिविर लगाए जाएं. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन में एक भी डोज वेस्ट नहीं होनी चाहिए. काम लेने के बाद उसका पूरे प्रोटोकॉल से बायो वेस्ट की तरह निस्तारण किया जाए.
जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी सीएचसी पर व्यवस्था को इस प्रकार सुदढ़ किया जाए जिससे उसे जरूरी होने पर एक चिकित्सालय की तरह काम लिया जा सके. ऑक्सीजन कंसटेटर पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेण्डर, बैड, अन्य उपकरण एवं दवाएं सुनिश्चित कर ली जाएं. सभी उपकरणों का ई उपरकण में इंद्राज एवं स्टॉक एंट्री की जाए. इसी तरह नगरपालिका क्षेत्रों में निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट्स की प्रगति पर ध्यान रखें. जहां कहीं जगह उपलब्ध नहीं हैं वहां पुराना अनुपयोगी निर्माण हटाकर ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा सकता है.
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जिला कलेक्टर नेहरा एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना वर्तमान परिस्थितियों में एक महत्वपूर्ण लोककल्याणकारी स्वास्थ्य योजना है. योजना में शामिल कई अस्पतालों से इसका लाभ नहीं दिए जाने सम्बन्धी शिकायतें मिल रही हैं. उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि इस सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त होते ही उसी दिन उसका निस्तारण किया जाए. ऐसे सभी अनिस्तारित मामले जिला स्तरीय कमेटी में रखे जाएंगे और उन पर निर्णय किया जाएगा. बैठक में सीएमचएओ प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा, आरसीएचओ प्रवीण झरवाल एवं पुष्पा चैधरी, बीसीएमएचओ एवं पुलिस के प्रतिनिधि शामिल हुए.