ETV Bharat / city

जयपुर: राजस्थान रोडवेज को घाटे से उभारने के लिए CMD ने रोडवेज अधिकारी और स्टाफ के लिए जारी किए निर्देश - Roadways officer

जयपुर राजस्थान रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए सख्त नजर आ रहे हैं. वहीं सीएमडी ने रोडवेज के अधिकारी और स्टाफ को कार उपयोग में नहीं लेकर बस से सफर करने के साथ ही 14 बिंदु के निर्देश जारी किए हैं.

jaipur news, rajasthan news, राजस्थान न्यूज, जयपुर न्यूज
राजस्थान रोडवेज को घाटे से उभारने के लिए सीएमडी ने रोडवेज अधिकारी और स्टाफ के लिए जारी किए निर्देश
author img

By

Published : Jul 2, 2020, 12:46 AM IST

जयपुर. प्रदेश के राजस्थान रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन रोडवेज को घाटे को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं. वहीं सीएमडी ने कहा कि रोडवेज के अधिकारी और स्टाफ कार उपयोग में न लेकर बस से सफर करें और साथ ही 14 बिंदु के निर्देश भी जारी किए हैं.

बता दें कि रोडवेज के अधिकारियों और कर्मचारियों के ऐसो आराम के खर्च पर नकेल कसने से रोडवेज की गति को बचत से बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है. क्योंकि लंबे समय से रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए पिछले कई अधिकारियों ने भी कोशिशे की है लेकिन उबर नही पाया लेकिन अब नए रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन ने नई कोशिश की शुरुआत की है.

14 बिंदु के निर्देश के साथ रोडवेज सीएमडी की सख्ती..

1. भोजन, सत्कार, अल्पाहार, मनोरंजन और सेमिनार के आयोजन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा, साधारण रूप से ही कार्य होंगे.
2. रोडवेज के अधिकारी व स्टाफ के लिए कार पर नकेल कसते हुए रोडवेज बसों में सफर करने के निर्देश जारी किए है. कार्य क्षेत्र के बाहर यात्रा करने पर जहां तक संभव हो बस से ही यात्रा करें.
3. रोडवेज कार्यालय व आवास पर निर्धारित मापदंडों से अधिक टेलीफोन एसटीडी का उपयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं.
4. रोडवेज के कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी बिजली खर्च पर भी अंकुश करें. कार्यालय इकाई पर निर्धारित समय से पूर्व लंच के समय और कार्यालय समय पश्चात अनावश्यक बिजली का उपयोग नहीं हो.
5. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम का वाहन डीजल औसत में बस एवं मार्ग की दैनिक रूप से मॉनिटरिंग की जाए. रोडवेज चालकों को प्रोत्साहन और अनुशासनात्मक कार्रवाई निश्चित करें.
6. सड़क दुर्घटनाओं में दोषी पाए जाने पर चालकों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई कर 1 महीने में इनका निस्तारण किया जाए.
7. रोडवेज वाहनों के रखरखाव की जांच के बाद ही वाहन की ग्रुप प्रभारी लोगसीट पर हस्ताक्षर के बाद ही वाहन मार्ग पर भेजे जाए. इसके बाद भी वाहन संचालन पर ब्रेकडाउन होते है तो ग्रुप प्रभारी की जिम्मेदारी होगी.

पढ़ें: जयपुर: अत्याधुनिक चेतक और सिग्मा वाहनों को मुख्यमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी

8. कार्यशाला से वाहन समय अवधि पर निकलना ताकि रूटों पर पड़ने वाले स्टेशनों पर यात्रियों को समय पर बसें मिल सके. जिससे यात्री भार 100 प्रतिशत किया जाए.
9. कम आय देने वाले मार्गों की समीक्षा कर कैसे आय बढ़ाई जा सके.
10. अधिक किलोमीटर संचालन के अंतर्गत समांतर संचालन को रोका जाए.
11. सरप्लस स्टाफ की सूचना मुख्यालय पर दी जाए ताकि अन्य जगहों पर तैनाती की जाए.
12. कर्मचारी के बकाया भुगतान के रिकॉर्ड की जांच कर ही जारी की जाए.
13. एमएसीटी केसो पर विधि विभाग अलग से दिशा-निर्देश जारी कर लोक अदालतों का आयोजन कर खर्चों को कम किया जाए.
14. कोरोना काल में वाहनों का संचालन कम होने से रोडवेज के विभिन्न डिपो कार्यशाला बाहरी कार्यों को बंद करें.

वहीं 23 साल से खस्ताहाल चली आ रही रोडवेज की माली हालत को कोरोना काल के चलते बसों का संचालन कम होने से कोढ़ में खाज साबित हो गई. कोरोना का हाल रोडवेज के लिए काल बन कर आया है. ऐसे समय में रोडवेज की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सीएमडी ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.

जयपुर. प्रदेश के राजस्थान रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन रोडवेज को घाटे को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं. वहीं सीएमडी ने कहा कि रोडवेज के अधिकारी और स्टाफ कार उपयोग में न लेकर बस से सफर करें और साथ ही 14 बिंदु के निर्देश भी जारी किए हैं.

बता दें कि रोडवेज के अधिकारियों और कर्मचारियों के ऐसो आराम के खर्च पर नकेल कसने से रोडवेज की गति को बचत से बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है. क्योंकि लंबे समय से रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए पिछले कई अधिकारियों ने भी कोशिशे की है लेकिन उबर नही पाया लेकिन अब नए रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन ने नई कोशिश की शुरुआत की है.

14 बिंदु के निर्देश के साथ रोडवेज सीएमडी की सख्ती..

1. भोजन, सत्कार, अल्पाहार, मनोरंजन और सेमिनार के आयोजन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा, साधारण रूप से ही कार्य होंगे.
2. रोडवेज के अधिकारी व स्टाफ के लिए कार पर नकेल कसते हुए रोडवेज बसों में सफर करने के निर्देश जारी किए है. कार्य क्षेत्र के बाहर यात्रा करने पर जहां तक संभव हो बस से ही यात्रा करें.
3. रोडवेज कार्यालय व आवास पर निर्धारित मापदंडों से अधिक टेलीफोन एसटीडी का उपयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं.
4. रोडवेज के कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी बिजली खर्च पर भी अंकुश करें. कार्यालय इकाई पर निर्धारित समय से पूर्व लंच के समय और कार्यालय समय पश्चात अनावश्यक बिजली का उपयोग नहीं हो.
5. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम का वाहन डीजल औसत में बस एवं मार्ग की दैनिक रूप से मॉनिटरिंग की जाए. रोडवेज चालकों को प्रोत्साहन और अनुशासनात्मक कार्रवाई निश्चित करें.
6. सड़क दुर्घटनाओं में दोषी पाए जाने पर चालकों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई कर 1 महीने में इनका निस्तारण किया जाए.
7. रोडवेज वाहनों के रखरखाव की जांच के बाद ही वाहन की ग्रुप प्रभारी लोगसीट पर हस्ताक्षर के बाद ही वाहन मार्ग पर भेजे जाए. इसके बाद भी वाहन संचालन पर ब्रेकडाउन होते है तो ग्रुप प्रभारी की जिम्मेदारी होगी.

पढ़ें: जयपुर: अत्याधुनिक चेतक और सिग्मा वाहनों को मुख्यमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी

8. कार्यशाला से वाहन समय अवधि पर निकलना ताकि रूटों पर पड़ने वाले स्टेशनों पर यात्रियों को समय पर बसें मिल सके. जिससे यात्री भार 100 प्रतिशत किया जाए.
9. कम आय देने वाले मार्गों की समीक्षा कर कैसे आय बढ़ाई जा सके.
10. अधिक किलोमीटर संचालन के अंतर्गत समांतर संचालन को रोका जाए.
11. सरप्लस स्टाफ की सूचना मुख्यालय पर दी जाए ताकि अन्य जगहों पर तैनाती की जाए.
12. कर्मचारी के बकाया भुगतान के रिकॉर्ड की जांच कर ही जारी की जाए.
13. एमएसीटी केसो पर विधि विभाग अलग से दिशा-निर्देश जारी कर लोक अदालतों का आयोजन कर खर्चों को कम किया जाए.
14. कोरोना काल में वाहनों का संचालन कम होने से रोडवेज के विभिन्न डिपो कार्यशाला बाहरी कार्यों को बंद करें.

वहीं 23 साल से खस्ताहाल चली आ रही रोडवेज की माली हालत को कोरोना काल के चलते बसों का संचालन कम होने से कोढ़ में खाज साबित हो गई. कोरोना का हाल रोडवेज के लिए काल बन कर आया है. ऐसे समय में रोडवेज की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सीएमडी ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.