ग्वालियर. मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल संभाग की 16 सीटों पर बीजेपी ने 'चंबल एक्सप्रेस वे' को कहीं न कहीं भुनाने की तैयारी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम को इस परियोजना के नए नाम 'चंबल प्रोग्रेस वे' पर जल्द काम शुरू करने को लेकर बैठक ली है. इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि जल्द ही चंबल प्रोग्रेस वे का काम शुरू होगा.
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प्रधानमंत्री श्री @narendramodi का संकल्प है #AatmaNirbharBharat का निर्माण! इसके लिए ज़रूरी है #AatmaNirbharMP का निर्माण!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
MP में बनने जा रहा #ChambalProgressWay भिंड में स्वर्ण चतुर्भुज से जुड़ेगा, मुरैना में नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और राजस्थान में दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर से जुड़ेगा। pic.twitter.com/CRiTI8UMYp
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MP में बनने जा रहा #ChambalProgressWay भिंड में स्वर्ण चतुर्भुज से जुड़ेगा, मुरैना में नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और राजस्थान में दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर से जुड़ेगा। pic.twitter.com/CRiTI8UMYpप्रधानमंत्री श्री @narendramodi का संकल्प है #AatmaNirbharBharat का निर्माण! इसके लिए ज़रूरी है #AatmaNirbharMP का निर्माण!
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MP में बनने जा रहा #ChambalProgressWay भिंड में स्वर्ण चतुर्भुज से जुड़ेगा, मुरैना में नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और राजस्थान में दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर से जुड़ेगा। pic.twitter.com/CRiTI8UMYp
बता दें सीएम शिवराज सिंह ने चंबल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर 'चंबल प्रोग्रेस-वे' कर दिया है. चंबल प्रोग्रेस-वे भिंड जिले से लेकर श्योपुर जिले तक 309 किलोमीटर लंबाई का बनाया जाएगा, और इसे भिंड जिले में आगरा-कानपुर हाइवे से जोड़ा जाएगा. वहीं श्योपुर जिले में कोटा राजस्थान हाइवे से इसे लिंक किया जाएगा. बताया जा रहा है एक्सप्रेस वे निर्माण के दौरान जो जमीन अधिग्रहण की जाएगी उस पर 305 करोड़ का खर्चा आएगा. 'चंबल प्रोग्रेस वे' शिवपुर मुरैना और भिंड जिले के बीहड़ों से होकर गुजरेगा.
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चम्बल एक्सप्रेस वे को मैं चम्बल प्रोग्रेस वे कहता हूं। सड़क मार्ग से दिल्ली से यहां केवल साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है। इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद हम यहां इंडस्ट्री क्लस्टर डेवलप करेंगे, टाउनशिप लायेंगे। हमारा यह पिछड़ा इलाका विकास पथ पर दौड़ पड़ेगा। #ChambalExpressway https://t.co/W3wbolx5nq pic.twitter.com/TjzKWUUlXD
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">चम्बल एक्सप्रेस वे को मैं चम्बल प्रोग्रेस वे कहता हूं। सड़क मार्ग से दिल्ली से यहां केवल साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है। इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद हम यहां इंडस्ट्री क्लस्टर डेवलप करेंगे, टाउनशिप लायेंगे। हमारा यह पिछड़ा इलाका विकास पथ पर दौड़ पड़ेगा। #ChambalExpressway https://t.co/W3wbolx5nq pic.twitter.com/TjzKWUUlXD
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 4, 2020चम्बल एक्सप्रेस वे को मैं चम्बल प्रोग्रेस वे कहता हूं। सड़क मार्ग से दिल्ली से यहां केवल साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है। इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद हम यहां इंडस्ट्री क्लस्टर डेवलप करेंगे, टाउनशिप लायेंगे। हमारा यह पिछड़ा इलाका विकास पथ पर दौड़ पड़ेगा। #ChambalExpressway https://t.co/W3wbolx5nq pic.twitter.com/TjzKWUUlXD
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एमपी आरडीसी अफसरों के अनुसार 'चंबल प्रोग्रेस वे' की कुल लंबाई 394 किलोमीटर की होगी. इसमें 309 किलोमीटर हिस्सा मध्य प्रदेश का है जबकि 85 किलोमीटर का हिस्सा राजस्थान में है. इसकी शुरूआती दौर में अनुमानित लागत 800 करोड़ बताई जा रही है. चंबल एक्सप्रेस वे बनने के बाद चंबल अंचल के तीनों जिलों के लगभग 115 गांव इस एक्सप्रेस वे से जुड़ेंगे और इनको रोजगार भी उपलब्ध होगा.
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बता दें कि ग्वालियर चंबल अंचल में 16 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. ऐसे में अंचल की जनता को साधने के लिए सीएम शिवराज राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. यही वजह है कि सीएम शिवराज ने ग्वालियर चंबल अंचल की जनता को उपचुनाव से पहले यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंबल प्रोग्रेस वे को जल्द शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है.