जयपुर. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की पत्रकारिता जगत को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ज्यादा निरपेक्ष और मुखर हो, ऐसी कामना करता हूं. पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान के सभी पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने का अनुरोध किया है.
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने राज्य में पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित किया है. कोविड महामारी के दौरान भी पत्रकार पूरी मेहनत के साथ फील्ड में कार्य कर रहे हैं. पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत से मांग की है, प्रदेश के पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करना चाहिए, जिससे कोरोनाकाल में पत्रकारों को बड़ा संबल मिल सके.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस
दुनियाभर में हर साल तीन मई को विश्व प्रेस आजादी दिवस (World Press Freedom Day) मनाया जाता है. इस दिन ये बताया जाता है कि मीडिया का समाज में कितना अहम रोल है. मीडिया की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है. लोकतंत्र को और भी ज्यादा मजबूत करने के लिए भी वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे सेलिब्रेट किया जाता है.
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क्यों मनाया जाता है?
दुनियाभर से आए दिन पत्रकारों पर हुए उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं. पत्रकारिता एक जोखिमभरा काम भी है. पत्रकारिता के दौरान पत्रकारों पर कई बार हमले भी कर दिए जाते हैं. फिर चाहे सऊदी अरब के जमाल खगोशी हों या फिर भारत की गौरी लंकेश. समय-समय पर पत्रकारों पर हमले या फिर उनकी हत्या की खबर सामने आ ही जाती है. ऐसे में पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न और उनकी आवाज को अलग-अलग ताकतों द्वारा दबाया नहीं जाए इसीलिए भी विश्व प्रेस आजादी दिवस मनाया जाता है.