जयपुर. कश्मीर के हंदवाडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा की सोमवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इससे पहले शहीद की पार्थिव देह को सेना के 61 कैवेलरी के ग्राउंड में लाया गया. जहां उनको सेना की ओर से सलामी और श्रद्धांजलि दी गई.
इस दौरान शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पहुंचे. उन्होंने शहीद पर पुष्प चक्र अर्पित किया. इस दौरान उनके साथ दक्षिण पश्चिम कमान और सप्त शक्ती कमान के जीओसी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आलोक कालेर भी साथ रहे. पुष्प चक्र चढ़ाने के साथ ही शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी गई.
इस कार्यक्रम में भाजपा के जयपुर ग्रामीण से सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश सरकार के सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, एग्रीकल्चर मंत्री लाल चंद कटारिया, जयपुर कलेक्टर जोगाराम समेत आर्मी के आला अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे मुल्क को कर्नल आशुतोष शर्मा की कुर्बानी पर गर्व है. ये हम सब के लिए फक्र की बात है.
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सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में तो शहीदों का इतिहास रहा है. चाहे 1962 की लड़ाई हो या 1965, 1971 की या फिर कारगिल की लड़ाई. हमारे प्रदेश के सैनिकों ने देश के लिए हर बार कुर्बानी दी है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करना हम सबका फर्ज है. एकजुट होकर हमनें संकल्प लिया है कि हम आतंकवाद को समाप्त करके रहेंगे. उन्होंने कहा शहीद के परिवार को दुख सहने की शक्ति मिले इसकी कामना करता हूं.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के बाद पहली बार किसी कार्यक्रम में पहुंचे. प्रदेश के मुख्यमंत्री बार-बार जनता को ये संदेश दे रहे थे कि हम सभी लोग घरों से काम कर रहे हैं. जिससे संक्रमण न फैले लेकिन देश का वीर सपूत शहीद हो और वो भी राजस्थान का, तो फिर ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उन्हें श्रदांजली देने नहीं पहुंचते ये संभव नहीं था.