जयपुर. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा सोमवार को राजस्थान (Yashwant Sinha in Jaipur) के दौरे पर रहे. सिन्हा ने जयपुर के निजी होटल में कांग्रेस और समर्थित दलों के विधायकों से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यशवंत सिन्हा की तारीफ करते हुए राजस्थान के सियासी संकट की याद आ गई. हालांकि, इस बार उन्होंने अपने किसी विधायक को लेकर व्यंग नहीं किया, बल्कि विधायकों का आभार जताया.
गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अभी देश में सरकारें गिराई जा रही हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री और अमित शाह बताएं कि 70 साल में यह थोक के भाव में विधायक खरीदने का नया फार्मूला कहां से लेकर आए हैं. पहले इक्का-दुक्का विधायक चले जाया करते थे, अब तो थोक भाव में 50 विधायक एक साथ चले जाते हैं. गहलोत ने कहा कि गोवा, मणिपुर ,कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में यह लोग कामयाब हुए लेकिन राजस्थान में सरकार जनता के आशीर्वाद से बच गई. उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी इन लोगों ने सरकार गिराने में कमी नहीं रखी. लेकिन मुझे गर्व है कि हमारे साथियों ने और समर्थक दलों ने हमारा साथ दिया और सरकार को बचा लिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को लेकर कहा इस बार राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर विपक्ष ने अनुभवी और राजनेता को अवसर दिया गया है. गहलोत ने कहा कि मैं यशवंत सिन्हा को 22 साल से जानता हूं, जब यह केंद्र में वित्त मंत्री थे और मैं राजस्थान में मुख्यमंत्री था. भाजपा के होने के बावजूद भी इन्होंने जो सहयोग और समर्थन हमें दिया, वह हम नहीं भूल सकते.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में चार बार अकाल पड़ा तो भी यशवंत सिन्हा के सहयोग और समर्थन से राजस्थान में ओवरलिफ्ट करने की नौबत नहीं आई. गहलोत ने कहा कि वैसे तो आज तक राष्ट्रपति के 15 चुनाव में से केवल एक चुनाव निर्विरोध हुआ है, लेकिन अगर केंद्र की मोदी सरकार चाहती तो राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद पर निर्विरोध निर्वाचन हो सकता था. लेकिन अब यह लड़ाई विचारधारा की है.
उदयपुर मामले में बोले मुख्यमंत्री: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को लेकर कहा कि साफ पता चलता है कि उदयपुर मामले में आरोपियों और भाजपा के संबंध थे. उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि जब इन अपराधियों को लेकर इनके मुस्लिम मकान मालिक ने पुलिस में शिकायत दी थी, उस समय भी भाजपा के नेताओं ने ही पुलिस में इन अपराधियों की पैरवी की थी. जो साफ बताता है कि इन अपराधियों से भाजपा के पुराने संबंध रहे हैं.
दावा 126 का लेकिन पहुंचे 85 से भी कम विधायक: यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव में 126 से ज्यादा वोट मिलने का दावा राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से किया जा रहा है. लेकिन सोमवार को जब यशवंत सिन्हा से मुलाकात करने के लिए विधायकों को जयपुर बुलाया गया तो विधायक नदारद रहे. हालात यह थी कि जब यशवंत सिन्हा विधायकों से मिलने पहुंचे तो विधायकों की संख्या 85 के आसपास थी. विधायकों की बैठक के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मंच की जगह विधायकों के बीच में बैठे और जमकर खिलखिलाते भी दिखाई दिए.