जयपुर. राजस्थान में 4 राज्य सभा सीटों के लिए 5 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है. ऐसे में अब 10 जून को मतदान के बाद ही साफ होगा कि कौन राजस्थान से राज्यसभा का (CM Gehlot on Barricading of MLA) सांसद बनेगा. क्योंकि 4 राज्यसभा सीटों के लिए 5 उम्मीदवार मैदान में हैं, और एक उम्मीदवार सुभाष चंद्रा निर्दलीय हैं. साफ है कि वो निर्दलीय या अन्य पार्टी के विधायकों को अपने साथ लेने का प्रयास करेंगे.
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने साफ संकेत दे दिए हैं कि कभी भी कांग्रेस पार्टी अपने और समर्थित दलों के साथ ही निर्दलीय विधायकों की बाड़ेबंदी कर सकती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाड़ेबंदी के सवाल पर कहा कि बाड़ेबंदी तो आजकल सभी पार्टियां करती हैं. एमएलए खुद ही कहते हैं कि हमें रोज-रोज टेलीफोन आते हैं और हमें दबाने और लालच देने का प्रयास होता है. ऐसे में हम तो चाहते हैं कि हमें भाजपा से छुटकारा मिल जाए. गहलोत ने कहा कि चाहे भाजपा हो या कांग्रेस अब हर पार्टी ये काम करने लगी है.
आलाकमान का आदेश सर माथे पर: कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यसभा चुनाव में तीनों टिकट बाहरी नेताओं को दिए जाने पर हो रही नाराजगी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की हालात हम जानते हैं. हम चाहते हैं कि जो फासिस्ट लोग देश की सत्ता में बैठे हैं, उससे पूरा देश चिंतित है. देश में हिंसा हो रही है, लेकिन इसकी परवाह कोई नहीं कर रहा. ऐसे माहौल में तीन वरिष्ठ नेताओं को अगर चयन किया गया है तो सोच समझकर ही किया गया है. ये पार्टी के हित में किया गया निर्णय है. हमारे स्थानीय कार्यकर्ता और हमारे नेता इस बात को समझते हैं. ऐसे समय में खुद की निहित भावना को छोड़कर जो भी फैसला हाईकमान करता है उस पर मुहर लगाने वाले राजस्थान के लोग हैं. हमारे यहां पर समर्पित कार्यकर्ता और नेता हैं जो सब मिलकर तीनों सीटों को जिताने में लग चुके हैं. तीनों सीट कांग्रेस जीतेगी.