जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को जवाहर कला केंद्र के मध्यवर्ती में समाज कार्य और अनुसंधान केंद्र (बेयरफुट कॉलेज) तिलोनिया के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आधार बनाकर काम करने की जरूरत है. लोगों को अनेकता में एकता, सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने की आवश्यकता है. तभी हम लोकतंत्र और विचारों की रक्षा कर सकते हैं. राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए इसी दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है.
सीएम गहलोत ने महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि (CM Gehlot in Barefoot College Golden Jubilee Program) राज्य सरकार महिला स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. प्रदेश की महिलाओं को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरित करने के लिए ‘उड़ान योजना‘ में 200 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. उन्होंने कहा कि तिलोनिया में भी महिलाएं खुद सेनेटरी नैपकिन बनाने का काम कर रही हैं. ये एक सराहनीय पहल है.
25 दिन का रोजगार बढ़ाया: मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) में राज्य सरकार ने अपने खर्चे पर 25 दिन का रोजगार बढ़ाया है. इसके बाद अब मनरेगा में 100 की जगह 125 दिन रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा ने ही मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया था. गहलोत ने कहा कि केंद्र में यूपीए सरकार की ओर से सूचना का अधिकार, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, शिक्षा का अधिकार और खाद्य सुरक्षा अधिनियम देश में क्रांतिकारी पहल रही है. उन्होंने संजीत ‘बंकर रॉय‘ और अरूणा रॉय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बंकर रॉय स्वयं में एक संस्था है. उनकी सोच का ही परिणाम है कि आज तिलोनिया का नाम देश-दुनिया में अलग मुकाम हासिल किए हुए है.
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स्वर्ण जयंती समारोह: तिलोनिया बेयरफुट कॉलेज सामाजिक सरोकारों के लिए काम करने वाली संस्था है जो इस साल अपना स्वर्ण जयंती समारोह मना रही है. सामाजिक उत्थान के लिए है तिलोनिया की वैश्विक पहचान है. संस्था के स्वर्ण जयंती समारोह के तहत जवाहर कला केंद्र में चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. मुख्यमंत्री ने आज कार्यक्रम में पहुंचकर पहले प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उसके बाद संस्था से जुड़े लोगों के अनुभव सुने.
केंद्र पर निशाना: इस दौरान गहलोत ने कहा कि देश-दुनिया में इस संस्था ने अपना एक अलग मुकाम बनाया. सूचना का अधिकार के लिए जब धरना चल रहा था तो मैं भी उसमें शामिल था और उसका समर्थन भी किया था. उसके करीब 8 महीने बाद मैं खुद ही मुख्यमंत्री बन गया और हमने आरटीआई कानून बनाया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बजट में की गई घोषणाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि, सामाजिक संस्थाओं को इनका लाभ आम लोगों तक पहुंचाना चाहिए.
वहीं मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में देश के माहौल को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार पर टिप्पणी भी की. उन्होंने कहा कि आज देश में जैसे हालात हैं उसमें बंकर रॉय जैसे लोगों की आवश्यकता है जो गांधीवादी मूल्यों को आगे बढ़ाए. मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि ऐसा माहौल कभी नहीं देखा होगा. ये संविधान और लोकतंत्र को बचाने का समय है. लोकतंत्र में सबकी बात सुनी जाती है लेकिन आज तो एनजीओ तक पर अटैक हो रहे हैं.
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विकास यात्रा को किया प्रस्तुत: इससे पूर्व बेयरफुट कॉलेज से जुड़े लोगों ने लोक संगीत के जरिए तिलोनिया के विकास यात्रा को प्रस्तुत किया. इस अवसर पर कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री बी.डी.कल्ला, प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ सहित तिलोनिया के ग्रामीण मौजूद थे.