जयपुर. गुलाबी नगर के सांगानेर महिला सदन में गुरुवार का दिन काफी खास था. बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही , वीआईपी गाड़ियां , सुरक्षा में लगी पुलिस और परिसर में गूंजती शहनाई पूरे माहौल को खुशियों से भर रही थी. एक समय जिन्हें माता पिता ने ठुकरा दिया, उनके परिवार की भूमिका सरकार ने निभाई . राज्य महिला सदन से एक साथ 12 बेटियां शादी के बंधन में बंधकर धूमधाम अपने ससुराल के लिए विदा हुई . महिला सदन में वर वधु को आशीर्वाद देने प्रदेश के मुखिया सीएम अशोक गहलोत पहुंचे. अशोक गहलोत ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने के साथ-साथ कन्यादान भी किया.
इससे पूर्व वैवाहिक रस्मों की कड़ी में वर पक्ष के सभी लोग सदन में बारातियों के साथ गाजे बाजे के साथ झूमते नाचते हुए पहुंचे . जैसे ही दूल्हों ने तोरण मारा वधु पक्ष की ओर से पीहर वालों की भूमिका में विभाग के अधिकारी उनका परिवार और सदन की बालिकाओं ने स्वागत किया. इसके बाद सदन के सभी लोग बारातियों की खातिरदारी में लग गए . बेटियों की तरफ से बारात का स्वागत विभागीय अधिकारियों ने किया. शादी समारोह के बीच दूल्हा दुल्हन का पाणिग्रहण संस्कार हुआ. नवदंपती को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बालिका सदन पहुंचे. गहलोत ने सभी नवविवाहित जोड़े को उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया .
इस विवाह समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, सामाजिक न्याय अधिकारिता (Mass marriage in Jaipur) मंत्री टीकाराम जूली, समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष अर्चना शर्मा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, सांगानेर विधायक पुष्पेंद्र भारद्वाज, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के सचिव समित शर्मा आदि थे.
इनका हुआ विवाहः सुनीता का विवाह चूरू के सुरेन्द कुमार के साथ , उषा का अलवर के रोहिताश्व गुर्जर के साथ , ज्योति शिवाला का जयपुर के अंकुर कुमार के साथ , नंदिनी का फुलेरा के रवि कुमार के साथ विवाह हुआ. इसी प्रकार पूजा का जयपुर के दीपक चौहान के साथ, सपना का जयपुर के रानू शर्मा के साथ, सुनीता का दौसा के संतोष अग्रवाल के साथ, कमला का भरतपुर के हरेंद्र के साथ, कविता का झुंझुनू के ओमप्रकाश के साथ. रला का वासुदेव लालवानी के साथ, मानसी का चूरू के भागीरथ मल के साथ और रूथ का राम अवतार शर्मा के साथ विवाह हुआ.
सभी रस्में निभाईः हाथों में साजन के नाम की मेहंदी, मांग में सिंदूर और गले में सुहाग का मंगलसूत्र पहनकर जहां बेटियां बेहद खुश नजर आई. वहीं ससुराल के लिए विदाई होने पर उनकी रुलाई फूट पड़ी. उन्हें वैवाहिक जीवन की मंगल कामना और आशीर्वाद देने पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों की आंखें भी बेटियों की विदाई पर नम हो गई. वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंची समाज कल्याण बोर्ड के चेयरमैन अर्चना शर्मा ने कहा कि आज का यह क्षण अपने आप में खास है. उन्होंने कहा कि महिला सदन में रहने वाली हमारी 12 बेटियों का विवाह हो रहा है. यह सभी बेटियां अपने नए जीवन के सफर को शुरू कर रही हैं. इनके विवाह में न केवल सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग बल्कि सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है.
लोगों की सोच बदलने का प्रयासः इस दौरान दूल्हा रवि कुमार ने कहा कि आज सोच बदलने का समय आ गया है. मैंने इसी तरह के समाज की परवाह किए बगैर खुद से निर्णय किया कि मैं महिला सदन में रहने वाली लड़कियों में से ही किसी से शादी करूंगा. जीवन एक बार मिलता है, इसमें आपको कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे आप किसी का भला कर सको . रवि की जीवन संगिनी बनी नंदनी ने कहा कि हर एक लड़की का बचपन से सपना होता है कि उसका भी एक परिवार हो, मेरे माता-पिता नहीं है. मैं शुरू से ही पहले बालिका गृह में रही हूं. 1 साल पहले ही महिला सदन में आई थी आज विवाह है. जो सपना मैंने देखा था वह आज पूरा हुआ है. मैं अपने इस नए परिवार और नए रिश्ते को पूरी जिम्मेदारी के साथ लेकर आगे बढूंगी .
बारातियों के स्वागत की विशेष तैयारीः विवाह समारोह पूरे पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ संपन्न कराया गया है. इसके लिए सभी जरूरी चीजों का इंतजाम किया गया था. खासतौर पर बारातियों के स्वागत की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ की गई. इसमें सदन की बालिकाओं की मदद ली गई थी, जिससे बारातियों को किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़े. विभाग ने महिला सदन की इन बेटियों को शादी के बाद विदाई के दौरान घर गृहस्थी बसाने के लिए हर तरह के उपहार में दिए. इनमें टीवी, फ्रिज, पंखा, पंलग, ड्रेसिंग टेबिल, गद्दे, अलमारी, मिक्सी, सीलिंग फेन, सिलाई मशीन, बर्तन, चूल्हा, खाना बनाने के बर्तन आदि शामिल हैं.