ETV Bharat / city

जोधपुर में राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला : समापन समारोह में VC के जरिये शामिल हुए सीएम..कहा- कला और कलाकार के लिए सरकार प्रतिबद्ध - Rajasthan Sanskrit Academy Program

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कला एवं साहित्य के संरक्षण और कलाकारों के कल्याण की दिशा में राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है. साहित्यकारों और कलाकारों को निरंतर प्रोत्साहन दिया जा रहा है. कोविड की विपरीत परिस्थितियों में ‘मुख्यमंत्री कलाकार सहायता योजना’ (Chief Minister Artist Assistance Scheme) लागू कर 9800 से अधिक कलाकारों और ‘मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना’ (Chief Minister Folk Artist Incentive Scheme) के तहत करीब 350 लोक कलाकारों को आर्थिक संबल प्रदान किया गया है.

National Natyashastra Workshop in Jodhpur
जोधपुर में राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला
author img

By

Published : Dec 17, 2021, 9:11 PM IST

जयपुर. कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी और राजस्थान संस्कृत अकादमी की ओर से जोधपुर में आयोजित 5 दिवसीय राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला (National Natyashastra Workshop in Jodhpur) समापन समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि रंगमंच की विधाओं में नाट्यशास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाटक हमारे जीवन में बदलाव लाने और समाज की हकीकत से रूबरू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी सत्यवादी राजा हरिशचंद्र और माता-पिता भक्त श्रवण कुमार के नाटक से काफी प्रभावित हुए और इससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया. हमारे महान नेता और प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने देश में साहित्य और संस्कृति के संरक्षण के लिए अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों और संस्कृति के संरक्षण के लिए अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों और अकादमियों की स्थापना की, जिनके माध्यम से आज गीत, संगीत, नृत्य आदि ललित कलाओं का संरक्षण और संवर्द्धन होने के साथ ही कलाकारों को प्रोत्साहन मिल पा रहा है.

उन्होंने कहा कि कलाकारों एवं साहित्यकारों ने राजभाषा हिन्दी को लोकप्रिय बनाने में बड़ा योगदान दिया है. गहलोत ने कहा कि आचार्य भरत मुनि के नाट्यशास्त्र का हमारे संस्कृति में विशेष स्थान है. उन्होंने इसमें नाटकों के विभिन्न भेदों और सिद्धांतों की व्यापक व्याख्या की है. उन्होंने कहा कि राजनीति, धर्म, जीवन, समाज और दुनिया से जुड़े नाटक सही मायने में जन कल्याण का माध्यम है.

पढ़ें- गहलोत सरकार के 3 साल : वसुंधरा राजे का कटाक्ष - झूठे वादों से बनी सरकार जनता की परीक्षा में रही फेल

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कलाकारों की जानकारी के लिए राजस्थान में आर्टिस्ट डायरेक्टरी (Artist Directory in Rajasthan ) भी तैयार की जा रही है. इसमें अब तक 1700 से अधिक कलाकारों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रचनाधर्मियों के मान-सम्मान में किसी तरह की कमी नहीं रखेगी.

National Natyashastra Workshop in Jodhpur
'भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का हिंदी अनुवाद’ एवं ‘प्रेम तत्व’ का विमोचन

कला क्षेत्र के विशेषज्ञों से जो भी सुझाव मिलेंगे उन पर सकारात्मक सोच के साथ निर्णय लिया जाएगा . इस अवसर पर गहलोत ने राजस्थान संस्कृत अकादमी (Rajasthan Sanskrit Academy Program) की ओर से प्रकाशित दो पुस्तकों ‘भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का हिंदी अनुवाद’ एवं ‘प्रेम तत्व’ का विमोचन भी किया.

जयपुर. कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी और राजस्थान संस्कृत अकादमी की ओर से जोधपुर में आयोजित 5 दिवसीय राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला (National Natyashastra Workshop in Jodhpur) समापन समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि रंगमंच की विधाओं में नाट्यशास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाटक हमारे जीवन में बदलाव लाने और समाज की हकीकत से रूबरू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी सत्यवादी राजा हरिशचंद्र और माता-पिता भक्त श्रवण कुमार के नाटक से काफी प्रभावित हुए और इससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया. हमारे महान नेता और प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने देश में साहित्य और संस्कृति के संरक्षण के लिए अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों और संस्कृति के संरक्षण के लिए अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों और अकादमियों की स्थापना की, जिनके माध्यम से आज गीत, संगीत, नृत्य आदि ललित कलाओं का संरक्षण और संवर्द्धन होने के साथ ही कलाकारों को प्रोत्साहन मिल पा रहा है.

उन्होंने कहा कि कलाकारों एवं साहित्यकारों ने राजभाषा हिन्दी को लोकप्रिय बनाने में बड़ा योगदान दिया है. गहलोत ने कहा कि आचार्य भरत मुनि के नाट्यशास्त्र का हमारे संस्कृति में विशेष स्थान है. उन्होंने इसमें नाटकों के विभिन्न भेदों और सिद्धांतों की व्यापक व्याख्या की है. उन्होंने कहा कि राजनीति, धर्म, जीवन, समाज और दुनिया से जुड़े नाटक सही मायने में जन कल्याण का माध्यम है.

पढ़ें- गहलोत सरकार के 3 साल : वसुंधरा राजे का कटाक्ष - झूठे वादों से बनी सरकार जनता की परीक्षा में रही फेल

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कलाकारों की जानकारी के लिए राजस्थान में आर्टिस्ट डायरेक्टरी (Artist Directory in Rajasthan ) भी तैयार की जा रही है. इसमें अब तक 1700 से अधिक कलाकारों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रचनाधर्मियों के मान-सम्मान में किसी तरह की कमी नहीं रखेगी.

National Natyashastra Workshop in Jodhpur
'भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का हिंदी अनुवाद’ एवं ‘प्रेम तत्व’ का विमोचन

कला क्षेत्र के विशेषज्ञों से जो भी सुझाव मिलेंगे उन पर सकारात्मक सोच के साथ निर्णय लिया जाएगा . इस अवसर पर गहलोत ने राजस्थान संस्कृत अकादमी (Rajasthan Sanskrit Academy Program) की ओर से प्रकाशित दो पुस्तकों ‘भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का हिंदी अनुवाद’ एवं ‘प्रेम तत्व’ का विमोचन भी किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.