जयपुर. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल अगले 10 दिन जयपुर में ही रहेंगे और यहां वे विपश्यना साधना में पूरी तरह लीन रहेंगे. इसके लिए केजरीवाल रविवार को गलता स्थित विपश्यना केंद्र पहुंचे जहां अगले 10 दिन उनका प्रवास रहेगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का राजस्थान के मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) ने स्वागत किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जयपुर आगमन पर मैं स्वागत करता हूं. आपने मेरे स्वास्थ्य की जानकारी लेकर मुझे शुभेच्छा दी इसके लिए धन्यवाद. मुझे खुशी है कि विपश्यना और स्वास्थ्य लाभ के लिए आपने राजस्थान को चुना. मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह निजी यात्रा है. इस दौरान न तो वे किसी राजनीति कार्यक्रम में शामिल होंगे और न ही किसी अन्य सार्वजनिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी रहेगी. केजरीवाल की यात्रा इतनी निजी थी कि जयपुर एयरपोर्ट पर भी आम आदमी पार्टी से जुड़े किसी भी नेता या कार्यकर्ता को स्वागत के लिए आने तक के लिए इंकार कर दिया गया था. फिलहाल अरविंद केजरीवाल अगले 10 दिन विपश्यना केंद्र में रहकर ही ध्यान और साधना के जरिए स्वास्थ्य लाभ लेंगे. केजरीवाल ने अल सुबह ट्वीट के जरिए यह जानकारी भी साझा की थी.
केजरीवाल लंबे समय से करते रहे हैं विपश्यना साधना
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लंबे समय से विपश्यना साधना और ध्यान करते आए हैं. इससे पहले भी अरविंद केजरीवाल 10 दिन के लिए हिमाचल प्रदेश के धर्म कोर्ट स्थित विपश्यना केंद्र में रुके थे. वहीं अब उन्होंने ध्यान साधना और मन की शांति के लिए जयपुर स्थित विपश्यना केंद्र में प्रवास किया है.
क्या है विपश्यना साधना
विपश्यना साधना प्राचीन ध्यान योग है. जिसके जरिए व्यक्ति राग, लालच और द्वेष सहित कई विकारों से मुक्ति पा लेता है. प्राचीन काल में भगवान बुद्ध ने भी विपश्यना साधना की थी. लोग बताते हैं कि इसको करने से ही भगवान बुद्ध को भी बुद्धत्व हासिल हुआ था. माना जाता है कि इस ध्यान योग को करने से शारीरिक और मानसिक थकान से राहत मिलती है. इसे करने वाला व्यक्ति अपने जीवन में तनाव व मानसिक परेशानियों से भी मुक्ति प्राप्त कर लेता है.