जयपुर. सीएम गहलोत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर आइए लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएं. लोगों को सशक्त बनाना, कानून के शासन को मजबूत करना, इसके साथ नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करना हमारा ध्यान होना चाहिए.
गहलोत ने कहा कि हमें लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा करनी है. सभी के लिए न्याय और समानता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. हम आपको बता दें कि 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लोकतंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देने और उन्हें बनाए रखने के उद्देश्य से 15 सितंबर को लोकतंत्र के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया था.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस की शुरुआत की गई थीसबसे पहले 2008 में अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया. इसके तहत दुनिया के हर कोने में सुशासन लागू करना है. भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जा सकता है.
वर्तमान स्थिति पर CM गहलोत देते रहे हैं बयान...
देश की वर्तमान लोकतंत्र की स्थिति पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले भी लगातार बयान देते रहे हैं. अपने बयानों के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को या यूं कहें कि मोदी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं.
पढ़ें : राजस्थान : नए कृषि कानूनों के खिलाफ जयपुर में 'किसान संसद', नहीं आए टिकैत
सीएम गहलोत ने अपने बयानों में केंद्र सरकार की नीति और रिति पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा था कि वर्तमान में लोकतंत्र मूल्यों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. लोकतंत्र में सवाल पूछने का अधिकार है. किसी भी गलत निर्णय पर विरोध किया जाता है, लेकिन केंद्र सरकार लोकतांत्रिक तरीके से होने वाले विरोध को भी देश और राष्ट्रद्रोह से जोड़ती है.