जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को लॉकडाउन के चौथे चरण और प्रवासियों के आवागमन को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि ट्रेनों के साथ ही श्रमिक स्पेशल बसों के जरिए भी श्रमिकों को जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए.
बैठक के दौरान बताया गया कि बसों को लेकर सहमति के लिए मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के स्तर पर मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से बात हुई है. बैठक में सीएम गहलोत ने ये निर्देश भी दिए कि अन्य राज्यों से भी जल्द समन्वय कर इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से किया जाए, जिससे श्रमिकों की तकलीफ को कम किया जा सके.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने पैदल घर लौट रहे श्रमिकों की पीड़ा को समझा और उन्हें ट्रेनों और बसों के माध्यम से भेजने के साथ ही उनके लिए कैंप और भोजन की व्यवस्था की गई है. इसके चलते अब पैदल जाने वाले श्रमिकों की संख्या काफी कम हो गई है. सरकार ने उपखंड अधिकारियों को इन व्यवस्थाओं का जिम्मा दिया है, जिसे उन्होंने बेहतर ढंग से निभाया है. इन शिविरों के कारण अब श्रमिक पैदल चलने की बजाय बस और ट्रेन के जरिए अपने गंतव्य पहुंच रहे हैं.
बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पीडब्ल्यूडी) वीनू गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा) रोहित कुमार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव (सूचना प्रौद्योगिकी) अभय कुमार और जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
5 दिन में 23 ट्रेनों से जाएंगे प्रवासी मजदूरों
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रवासियों का आवागमन अब सुगम होता जा रहा है. अगले 5 दिनों में प्रदेश से विभिन्न राज्यों के लिए 23 ट्रेनें जाएंगी.
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भामाशाहों की मदद से भी किया जाए क्वॉरेंटाइन
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाड़ी देशों में कई मजदूर आजीविका के लिए जाते हैं, लेकिन इनमें से कई आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं. विदेशों से आने वाले राजस्थान के ऐसे लोग, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके क्वॉरेंटाइन के लिए सेवाभावी संस्थाओं और भामाशाहों की मदद ली जाए.
11 जिलों में बढ़ा कोरोना संक्रमण, लगाए गए प्रभारी अधिकारी
सीएम गहलोत ने प्रवासियों के आगमन के कारण 11 जिलों में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ने पर इन जिलों में प्रभारी अधिकारी लगाए हैं. पाली और सिरोही के लिए आईएएस भास्कर ए सावंत, जोधपुर के लिए नवीन महाजन, जालोर के लिए मुक्तानंद अग्रवाल, बाड़मेर के लिए ओमप्रकाश, नागौर के लिए नरेशपाल गंगवार, सीकर के लिए समित शर्मा, उदयपुर के लिए आशुतोष एटी पेडनेकर, भीलवाड़ा के लिए केके पाठक, बीकानेर के लिए प्रवीण गुप्ता और राजसमंद के लिए भवानी सिंह देथा को प्रभारी अधिकारी के तौर पर लगाया गया है. ये अधिकारी इन जिलों में जाकर प्रवासियों के आवागमन और संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करेंगे. साथ ही वहां चिकित्सा सुविधाओं और क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कार्य योजना बनाएंगे.