जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीने में दर्द के बाद एसएमएस अस्पताल ले जाना पड़ा. जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई है. मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर नजर बनाए रखने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है.
इस मेडिकल बोर्ड में बतौर मेंबर HOD कार्डियोलॉजी डॉ राजीव बगरहट्टा, सीनियर प्रोफेसर एवं कार्डियोलॉजिस्ट डॉ वी वी अग्रवाल, डॉ विजय पाठक, सीनियर प्रोफेसर गैस्ट्रोलॉजी डॉ रूपेश पोखरना और सीनियर प्रोफेसर एनेस्थीसिया डॉ सुशील भाटी को शामिल किया गया है. इससे पहेल डॉ सुधीर भंडारी ने सीएम अशोक गहलोत की तबीयत को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी किया था.
मुख्यमंत्री की एंजियोप्लास्टी की गई है. फिलहाल वे ठीक हैं लेकिन उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. उनकी एक आर्टरी में 90 फीसदी ब्लॉकेज था. दोपहर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जानकारी देते हुए कहा था कि एंजियोप्लास्टी के बाद सीएम स्वस्थ हैं और उन्हें 24 घण्टे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. वहीं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा था कि सीएम गहलोत की सफल एंजियोप्लास्टी की गई है.
क्या कहा था मेडिकल बुलेटिन में
डॉ. भंडारी ने कहा कि उन्हें बीते 2 दिन से चेस्ट पेन की शिकायत थी और अस्पताल में लाने के बाद उनका ईसीजी और पूरा मेडिकल चेकअप किया गया. जहां मुख्यमंत्री के एक आर्टरी में 90 फ़ीसदी ब्लॉकेज था. सभी मेडिकल रिपोर्ट नॉर्मल आने के बाद उनकी एंजियोग्राफी की गई और उनके हार्ट में ब्लॉकेज पाया गया. जिसके बाद चिकित्सकों ने एंजियोप्लास्टी करने का निर्णय लिया. फिलहाल सीएम अशोक गहलोत को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है और उनकी हालत ठीक है.
मुख्यमंत्री को अगले 24 घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा और उसके बाद उनका एक बार फिर से मेडिकल चेकअप होगा. चिकित्सकों ने उन्हें फिलहाल 15 से 20 दिन आराम करने की सलाह दी है और उन्हें अगले 2 से 3 दिन अस्पताल में ही रहने की सलाह भी दी गई है. बताया जा रहा है कि कल देर रात उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई थी जिसके पास आज सुबह उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया. डॉ. भंडारी ने यह भी बताया कि सीएम अशोक गहलोत ने अपना इलाज आम नागरिक की तरह राजस्थान गवर्मेंट हेल्थ सर्विसेज़ के दायरे में करवाया है.
पोस्ट कोविड साइड इफेक्ट
कुछ समय पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोविड-19 संक्रमण की जद में भी आ गए थे. ऐसे में डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि हार्ट में ब्लॉकेज आना पोस्ट कोविड लक्षण भी हो सकते हैं. ऐसे में समय रहते हो उनका इलाज किया गया है और अब भी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी पत्नी सुनीता और पुत्र वैभव भी पहुंचे. इसके अलावा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे.
बता दें, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय था, लेकिन तबीयत खराब होने के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. चिकित्सकों ने उन्हें फिलहाल आराम करने की सलाह दी है. ऐसे में आलाकमान के साथ होने वाली महत्वपूर्ण मीटिंग में वे अभी हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
सुबह अचानक बिगड़ी तबियत
सीएम गहलोत को ह्रदय संबंधी परेशानी हुई थी. चिकित्सकों की देखरेख में उन्हें अस्पताल लाया गया था. जहां उनकी जांच की गई. इससे पहले उन्हें एक निजी लैब पर भी जांच के लिए लाया गया था, लेकिन इसके बाद उन्हें एसएमएस भेज दिया गया. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि चेस्ट में दर्द के चलते अस्पताल में सीटी एनजीओ करवाई गई. उन्होंने बताया कि एक नस में 90 फीसदी ब्लॉकेज हो गया है. SMS अस्पताल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंजियोप्लास्टी हुई.
गहलोत ने ट्वीट कर दी थी जानकारी
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि कोविड के बाद मुझे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही थीं और गुरुवार से मेरे सीने में तेज दर्द हो रहा था. अभी एसएमएस अस्पताल में अपना सीटी एनजीओ करवाया है. एंजियोप्लास्टी की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं ठीक हूं और जल्द ही वापस आऊंगा.
पायलट सहित कई नेताओं ने की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
वहीं, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित कई नेताओं ने सीएम अशोक गहलोत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की.