ETV Bharat / city

Gehlot On Party Switching: मुख्यमंत्री गहलोत की दो टूक- भाजपा और संघ के हार्डकोर लोगों को कांग्रेस में नहीं मिलेगी जगह

सीएम अशोक गहलोत ने नव संकल्प शिविर (Gehlot On Nav Sankalp Shivir) के बाद दो कद्दावर नेताओं के Exit को लेकर अपनी राय जाहिर की है. स्पष्ट किया है कि आरएसएस और भाजपा के कट्टर नेताओं को कांग्रेस में Entry नहीं दी जाएगी. वो पीसीसी में भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे.

Gehlot On Party Switching
भाजपा और संघ के हार्डकोर लोगों को कांग्रेस में नहीं मिलेगी जगह
author img

By

Published : May 21, 2022, 2:12 PM IST

Updated : May 21, 2022, 2:33 PM IST

जयपुर. कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद भले ही कांग्रेस पार्टी युवाओं को आगे लाने की बात कहने के साथ ही पार्टी में आमूलचूल बदलाव की बात कहे, लेकिन हकीकत यह है चिंतन शिविर के बाद पहले हार्दिक पटेल और फिर सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी से किनारा (CM Ashok Gehlot On Party Switching) कर लिया है. अब कांग्रेस को छोड़ने वाले नेताओं पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं में कोई भगदड़ नहीं मची है. इक्का-दुक्का लोग पहले भी गए हैं, अब भी गए और आगे भी जाएंगे, लेकिन कांग्रेस कभी भाजपा और आरएसएस के हार्डकोर लोगों को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करती है.

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा में शामिल होते रहे हैं और उन्होंने खुद की पार्टी भी बनाई है. ये कोई नई बात नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस में लोकतंत्र है और यही कारण है कि भाजपा की विचारधारा हमें सूट नहीं करती और आज तक इक्का-दुक्का शंकर सिंह वाघेला जैसे नेताओं को छोड़ दिया जाए तो पार्टी भाजपा और आरएसएस के नेताओं को पार्टी में न तो लेती है न ही आगे लेगी.

भाजपा और संघ के हार्डकोर लोगों को कांग्रेस में नहीं मिलेगी जगह

पढ़ें-कांग्रेस चिंतन शिविर के बाद गहलोत हुए मजबूत, पायलट पर साफ नहीं रुख

प्रधानमंत्री दंगो की आग बुझाएं: भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रहार किया. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब यू-टर्न लेते हुए विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ने की बात तो कही है, लेकिन पहले देश में जो आग लगी है उसको तो बुझाएं फिर विकास की बात करें. देश में अभी चाहें युवा हो या बुजुर्ग सभी को हिंदू धर्म की बात करना अच्छा लग रहा है, लेकिन जब तक हम सभी धर्म ,जाति और वर्गों को साथ लेकर नहीं चलेंगे तब तक देश में एकता और अखंडता नहीं बन सकेगी.

उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ,राजीव गांधी और सरदार बेअंत सिंह शहीद हुए लेकिन उन्होंने देश को अटल और अखण्ड रखा. अफसोस की बात है कि इस बात का एहसास केंद्र की मोदी सरकार को नहीं है कि देश में आग लगी है और पूरे देश में जगह-जगह दंगे हो रहे हैं ,तनाव है ,अशांति है. गहलोत ने अपनी मजबूरी का एहसास कराने की कोशिश की. बोले- हम बार-बार प्रधानमंत्री से ये कह रहे हैं कि वो दंगे फैलाने वाले ऐसे एंटी सोशल एलिमेंट्स के खिलाफ अपील करें लेकिन प्रधानमंत्री इसमें भी संकोच कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा की राजस्थान में चल रही कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने एकदम यूटर्न कर लिया और विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ने की बात कही ,लेकिन अभी जो देश मे आग लगी है पहले उसको तो (Gehlot On Riots In India) बुझाएं. गहलोत बोले ये हमेशा आग लगाते हैं और कांग्रेस आग बुझाने का काम करती है. लोग धीरे-धीरे समझेंगे कि देश की एकता, अखंडता और विकास के लिए जो पार्टी नीतियां और सिद्धांत पर चल रही है वही सही साबित होगी. धर्म और जाति के नाम पर माहौल बनाया जा सकता है जिसके चलते अचानक दंगे हो जाते हैं लेकिन देश में एकता, प्रेम और आपसी भाईचारे के जरिए ही बन सकती है.

जयपुर. कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद भले ही कांग्रेस पार्टी युवाओं को आगे लाने की बात कहने के साथ ही पार्टी में आमूलचूल बदलाव की बात कहे, लेकिन हकीकत यह है चिंतन शिविर के बाद पहले हार्दिक पटेल और फिर सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी से किनारा (CM Ashok Gehlot On Party Switching) कर लिया है. अब कांग्रेस को छोड़ने वाले नेताओं पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं में कोई भगदड़ नहीं मची है. इक्का-दुक्का लोग पहले भी गए हैं, अब भी गए और आगे भी जाएंगे, लेकिन कांग्रेस कभी भाजपा और आरएसएस के हार्डकोर लोगों को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करती है.

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा में शामिल होते रहे हैं और उन्होंने खुद की पार्टी भी बनाई है. ये कोई नई बात नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस में लोकतंत्र है और यही कारण है कि भाजपा की विचारधारा हमें सूट नहीं करती और आज तक इक्का-दुक्का शंकर सिंह वाघेला जैसे नेताओं को छोड़ दिया जाए तो पार्टी भाजपा और आरएसएस के नेताओं को पार्टी में न तो लेती है न ही आगे लेगी.

भाजपा और संघ के हार्डकोर लोगों को कांग्रेस में नहीं मिलेगी जगह

पढ़ें-कांग्रेस चिंतन शिविर के बाद गहलोत हुए मजबूत, पायलट पर साफ नहीं रुख

प्रधानमंत्री दंगो की आग बुझाएं: भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रहार किया. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब यू-टर्न लेते हुए विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ने की बात तो कही है, लेकिन पहले देश में जो आग लगी है उसको तो बुझाएं फिर विकास की बात करें. देश में अभी चाहें युवा हो या बुजुर्ग सभी को हिंदू धर्म की बात करना अच्छा लग रहा है, लेकिन जब तक हम सभी धर्म ,जाति और वर्गों को साथ लेकर नहीं चलेंगे तब तक देश में एकता और अखंडता नहीं बन सकेगी.

उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ,राजीव गांधी और सरदार बेअंत सिंह शहीद हुए लेकिन उन्होंने देश को अटल और अखण्ड रखा. अफसोस की बात है कि इस बात का एहसास केंद्र की मोदी सरकार को नहीं है कि देश में आग लगी है और पूरे देश में जगह-जगह दंगे हो रहे हैं ,तनाव है ,अशांति है. गहलोत ने अपनी मजबूरी का एहसास कराने की कोशिश की. बोले- हम बार-बार प्रधानमंत्री से ये कह रहे हैं कि वो दंगे फैलाने वाले ऐसे एंटी सोशल एलिमेंट्स के खिलाफ अपील करें लेकिन प्रधानमंत्री इसमें भी संकोच कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा की राजस्थान में चल रही कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने एकदम यूटर्न कर लिया और विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ने की बात कही ,लेकिन अभी जो देश मे आग लगी है पहले उसको तो (Gehlot On Riots In India) बुझाएं. गहलोत बोले ये हमेशा आग लगाते हैं और कांग्रेस आग बुझाने का काम करती है. लोग धीरे-धीरे समझेंगे कि देश की एकता, अखंडता और विकास के लिए जो पार्टी नीतियां और सिद्धांत पर चल रही है वही सही साबित होगी. धर्म और जाति के नाम पर माहौल बनाया जा सकता है जिसके चलते अचानक दंगे हो जाते हैं लेकिन देश में एकता, प्रेम और आपसी भाईचारे के जरिए ही बन सकती है.

Last Updated : May 21, 2022, 2:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.