जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण के बीच विकट परिस्थितियों को देखते हुए डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी रूप से 1054 जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के पद सृजित करने को मंजूरी दे दी है. ये पद 1 जुलाई 2021 से 30 सितम्बर 2021 तक के लिए स्वीकृत किए गए हैं. सीएम गहलोत के इस निर्णय से कोरोना में डॉक्टरों की कमी से राहत मिलेगी.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीकानेर, जोधपुर के चिकित्सा महाविद्यालयों में एंडोक्राइनोलोजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के एक-एक पद सृजित करने की भी मंजूरी दी है. उल्लेखनीय है कि वर्तमान में हार्मोन संबंधी बीमारियों के मामलों में वृद्धि के साथ ही कोरोना के मामलों में भी एंडोक्राइनोलोजी विशेषज्ञ की सेवाओं की आवश्यकता दृष्टिगत हुई है. मुख्यमंत्री ने चिकित्सा सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से मितव्ययता परिपत्र के प्रावधानों में शिथिलता देते हुए इन पदों के सृजन की स्वीकृति दी है.
न्यूरो इंटरवेन्शन लैब को मंजूरी
जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में न्यूरो इंटरवेन्शन लैब की स्थापना के प्रस्ताव और आवश्यक उपकरणों के लिए 10 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान को भी मंजूरी दी गई है. इस निर्णय से मथुरादास माथुर अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में चिकित्सा सुविधाएं और सुदृढ़ हो सकेंगी. न्यूरो साइंस से जुड़े जटिल रोगों के निदान में आसानी होगी. उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में एमडीएम अस्पताल में लैब स्थापित करने की घोषण की थी.