जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के चामराजनगर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 24 कोरोना मरीजों की मौत की खबर बेहद दुखद है. देश के कई हिस्सों से ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत की हृदय विदारक खबरें आ रही हैं. गहलोत ने कहा कि हम केंद्र सरकार से ऑक्सीजन और दवाइयां लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है.
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अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को संकट की इस घड़ी में ऑक्सीजन एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के हरसंभव प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार से लगातार आग्रह किया जा रहा है कि राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या के अनुपात में ऑक्सीजन की कमी है. उन्होंने फिर से केंद्र सरकार ने निवेदन करते हुए कहा कि राजस्थान की सहायता करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न बने, हमारे लिए एक-एक व्यक्ति की जान कीमती है.
केंद्र से ऑक्सीजन की भीख मांग रहे हैं
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि कृपया स्थिति की गंभीरता को समझें, देशभर में कहीं भी ऐसे हालात न बनें कि एक भी व्यक्ति की जान ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी या व्यवस्था के स्तर पर प्रबंध न होने के कारण जाए. कोरोना की दूसरी लहर में हालात भयावह होते जा रहे हैं. ऑक्सीजन की मांग इतनी हो गई है कि हम केंद्र से इसकी भीख मांग रहे हैं. मैंने आज ही अमित शाह से बात की है. मैंने अजीत डोभाल, पीएम के प्रमुख सचिव मिश्र से लेकर किसी को नहीं छोड़ा. सबसे ऑक्सीजन और दवाओं के लिए बात की है. कई लोगों से रोज बात कर रहा हूं.
5 टैंकरों के लिए गृह मंत्री से करनी पड़ रही है बात
गहलोत ने कहा कि आज अमित शाह ने कहा कि राजस्थान को 5 टैंकर अलॉट कर रहा हूं. अब आप हालात का अंदाजा लगा सकते हैं. देश में 5 ऑक्सीजन टैंकर के लिए केंद्रीय गृह मंत्री से बात करनी पड़ रही है और उस स्तर पर टैंकर अलॉट हो रहे हैं. हम राजस्थान में कोरोना के आंकड़े छिपाते नहीं हैं. कई राज्य छिपाते होंगे. कर्नाटक में सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन बंद होने से 24 लोगों की मौत हो गई. हमने केंद्र में दवाओं और ऑक्सीजन की कमी पर अपने 3 मंत्रियों को दिल्ली भेजा था. हम लगातार हर संभव कोशिश कर रहे हैं. सरकार किसी स्तर पर कोई कमी नहीं रख रही है.
कोरोना से बचना है तो संभल जाइए
गहलोत ने कहा कि हम तो चिंता कर रहे हैं कि राजस्थान को कैसे बचाएं. हम सबको मिलकर काम करना है. हमने 15 दिन का लॉकडाउन लगाया है. इसे नाम अब दूसरा दिया है, लेकिन इसे लॉकडाउन ही समझिए. आज ही हमने कड़वा विज्ञापन दिया है ताकि लोग समझ जाएं. बचना है तो संभल जाओ. ऐसे बिहेव करो जैसे कोरोना लॉकडाउन हो. मैंने कल पुलिस से फ्लैग मार्च करवाया ताकि लोगों को लगे कि हालात क्या हैं. लोगों को अब सचेत होना होगा और लॉकडाउन की तरह बर्ताव करके सहयोग करना होगा, तभी हालात नियंत्रण में आएंगे. अकेली सरकार कुछ नहीं कर सकती.