जयपुर. सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के लिए रेलवे ने विशेष पहल की है. रेलवे प्रशासन की ओर से 11 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग बंद करना है और वातावरण को दूषित होने से बचाना है.
11 सितंबर को रेलवे स्टेशन पर श्रमदान कर स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया जाएगा. इसमें प्लास्टिक वेस्ट को साफ किया जाएगा और इसके नुकसान के बारे में रेलवे यात्रियों को जानकारी देकर जागरूक किया जाएगा.
सिंगल यूज प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग पर्यावरण के लिए भी खतरा बन रहा है. जिसके कारण बीमारियां तो बढ़ ही रही है साथ ही जमीन की उर्वरक क्षमता भी कम हो रही है. प्लास्टिक वेस्ट का दुष्प्रभाव जमीन, पानी और हवा तीनों पर ही पड़ रहा है. जिसके कारण इंसान और जानवर दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं.
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बता दें कि सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे भी विशेष पहल कर रहा है. उत्तर पश्चिम रेलवे पर एक बार उपयोग में आने वाली प्लास्टिक बोतल को नष्ट करने के लिए अजमेर, आबू रोड, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, गांधीनगर जयपुर और अलवर स्टेशनों पर बोतल क्रशर मशीनें लगाई गई है. वहीं पाली, मारवाड़, बाड़मेर और नागौर स्टेशनों पर भी जल्द क्रशर मशीनें लगाई जाएंगी.
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साथ ही इनके अलावा 9 स्टेशनों पर 10 बोतल क्रशर मशीन लगाने का कार्य स्वीकृत किया गया है. वहीं कचरे के निस्तारण के लिए सभी स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखे गए हैं. रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है सभी रेलवे की सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने की मुहिम में सहयोग करें.