जयपुर. नगर निगम में पार्षदों के चुनाव के बाद अब सबकी निगाहें महापौर चुनाव पर है. जयपुर नगर निगम ग्रेटर से भाजपा का महापौर प्रत्याशी कौन होगा इस पर भी चिंतन मनन जारी है. भाजपा की 8 महिला पार्षदों ने इस पद पर अपनी दावेदारी जताई है. बीजेपी पार्षदों की बाड़ेबंदी के दौरान हुई बैठक में प्रभारी मदन दिलावर और सह प्रभारी रामलाल शर्मा ने जब मेयर पद को लेकर इच्छा जानी तो वहां मौजूद ओबीसी वर्ग से आने वाली लगभग हर महिला ने अपनी दावेदारी जता दी.
बैठक होटल चौमू पैलेस में हुई, जिसमें चुनाव प्रभारी और पार्टी के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने पूछा कि कौन-कौन महापौर बनना चाहता है. इसके बाद सबसे पहले सौम्या गुर्जर और उसके बाद शील धाबाई ने दावेदारी जताई. इसी तरह रश्मि सैनी, कविता कटियार, भारती लखियानी और सुखप्रीत बंसल ने भी मजबूती से अपना दावा प्रस्तुत किया.
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बैठक में ही मौजूद ओबीसी वर्ग से आने वाली नवनिर्वाचित पार्षद सुशीला देवी और सरणी देवी ने भी महापौर बनने की अपनी इच्छा जता दी. इस स्थिति में मदन दिलावर और रामलाल शर्मा ने यह तय किया कि सभी पार्षद महापौर पद के लिए 2-2 नाम वरीयता से पार्टी को दें, जिसे गुप्त रखा जाएगा और उसके आधार पर ही अपनी रिपोर्ट संगठन को सौंपेंगे जिसके बाद पार्टी अपना फैसला लेगी.
मोबाइल पर लगाया बैन, विधायकों से भी नहीं ली राय
भाजपा पार्षदों की बाड़ेबंदी के दौरान पार्षदों को साफ तौर पर हिदायत दी गई है कि वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना करें. यही कारण है कि लगभग सभी पार्षदों ने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर रखे थे. वहीं, महापौर पद पर प्रत्याशी कौन होगा, इस बारे में भाजपा ने अपने स्थानीय विधायकों से भी कोई चर्चा नहीं की. विधायक भी यही कहते हैं कि संगठन के एक बड़े पदाधिकारी हैं जो इन चुनावों में अपनी पूरी चला रहे हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को महापौर चुनाव के लिए नामांकन का अंतिम दिन है और पार्टी को ओबीसी वर्ग से आने वाली किसी महिला को इस पद पर नामांकन करवाना है.