जयपुर. मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए आमजन को जागरूक करें ताकि वे अपने कचरे को निर्धारित स्थान पर ही डालें. उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए भी किसी भी प्रकार के वेस्ट को जलाएं नहीं बल्कि निर्धारित स्थान पर एकत्रित करके उसे नष्ट करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
मुख्य सचिव बुधवार को शासन सचिवालय में वीसी के माध्यम से पर्यावरण सुरक्षा संरक्षण पर अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी परियोजना क्षेत्र अलवर में वर्धमान वर्सेज यूनियन ऑफ इण्डिया के प्रकरण में जिले में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में रीको के आयुक्त आशुतोष एटी पेडणेकर से जानकारी ली. इसी प्रकरण पर जिला कलेक्टर अलवर और भरतपुर ने भी अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया.
पढ़ें- मुख्यमंत्री का दीवाली पर बेरोजगारों को तोहफा, 31 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती होगी
इस प्रकरण से भिवाड़ी क्षेत्र में प्रभावित औद्योगिक क्षेत्र के बारे में आयुक्त रीको ने बताया कि 15 औद्योगिक क्षेत्र हैं और शेष का सर्वे किया जा रहा है. मुख्य सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी परियोजना क्षेत्र के अंतर्गत यूआईटी अलवर और नगर परिषद क्षेत्र अलवर के अंतर्गत भिवाड़ी और नीमराणा औद्योगिक क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक कार्य योजना बनाकर कार्य शुरू करें. उन्होंने जिला कलेक्टर अलवर से नीमराणा औद्योगिक क्षेत्र में गैर औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी भी ली.
मुख्य सचिव ने प्रमुख शासन सचिव उद्योग को नए उद्योग लगाने के लिए प्रोजेक्ट कोस्ट की गणना, भूमि की दर एवं नीलामी की कार्रवाई भी एनजीटी (NGT) और सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयानुसार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री की बैठक में भी वायु प्रदूषण का मुद्दा उठा था. उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विजलेंस टीम बनाकर सतर्कता के साथ काम करना होगा. उन्होंने सभी औद्योगिक संस्थाओं में चिमनी लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए.
राजीव स्वरूप ने न्यू मोटर वाहन एक्ट के नियमों की पालना सुनिश्चित करने और अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में परिवहन आयुक्त से जानकारी ली. परिवहन आयुक्त रवि जैन ने बताया कि सभी राज्य परिवहन अधिकारियों एवं जिला परिवहन अधिकारियों को न्यू मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम 2019 की पालना के निर्देश दे दिए गए हैं. मुख्य सचिव ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था भी पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही करने के निर्देश दिए.
पढ़ें- Exclusive: राजस्थान यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और प्रोफेसर्स में हाथापाई
मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टर अलवर और भरतपुर को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने यूआईटी एवं नगरपालिका क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के वेस्ट को नहीं जलाने और निर्धारित स्थान पर एकत्रित कर निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करावें. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आमजन में अपने कचरे को निर्धारित स्थान पर ही डालने की भावना जागरूक करें.
उन्होंने प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा विभाग से एनसी महेता प्रकरण में विभाग की ओर से की गई कार्रवाई और कोविड-19 से हो रहे पॉजिटिव मरीजों के काम में आने के बाद पीपीई किट और अन्य सामग्री को नष्ट करने की जानकारी ली. उन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को अवंटित लक्ष्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए.
मुख्य सचिव ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग वीनू गुप्ता से पर्यावरण से जुड़े सड़क मार्गों की जानकारी लेने के साथ नरेगा के कार्याें के माध्यम से पौधारोपण करने और सभी जिला कलेक्टर को ग्रीन क्षेत्र विकसित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जो भी नया प्रोजेक्ट हो वहां ग्रीन जोन स्थापित करने की व्यवस्था करें. राजीव स्वरूप ने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण की दृष्टि से विभागों को जो कार्य दिए हैं, उनको प्राथमिकता से करें.