जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य गुरुवार को बीलवा में टोंक रोड स्थित राधास्वामी सत्संग व्यास संस्थान परिसर में स्थापित कोविड केयर सेंटर पहुंचे. इस दौरान मुख्य सचिव निरंजन आर्य के साथ चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन, जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल, जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा और जेडीए सचिव हृदेश शर्मा भी मौजूद रहे. यहां सबसे पहले उन्होंने जेडीए की ओर से स्थापित कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. कोविड केयर सेंटर का दौरा कर उन्होंने कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार, ऑक्सीजन और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली.
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मुख्य सचिव ने कंट्रोल रूम में जेडीए अधिकारियों की ओर से कोविड केयर सेंटर पर भर्ती मरीजों से लिए गए फीडबैक के आधार पर सेंटर की व्यवस्थाओं में सुधार कार्य की सराहना करते हुए उपस्थित आला अधिकारियों को अन्य अस्पतालों में भी इस तरह फीडबैक प्रक्रिया शुरू किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने सेंटर पर विभिन्न वार्डों में जाकर भर्ती मरीजों को किए जा रहे उपचार की बारीकी से जानकारी ली. जेडीसी गौरव गोयल और कोविड केयर सेंटर के प्रभारी अधिकारी ने उन्हें सेंटर में उपचार करवाने वाले मरीजों की संख्या और उनके उपचार की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी. यहां उन्होंने कुछ मरीजों और उनके परिजनों से व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर व्यवस्थाओं और किए जा रहे इलाज की जानकारी भी ली.
मुख्य सचिव ने कहा कि जल्द ही सेंटर पर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिससे सेंटर पर कोविड से प्रभावित मरीजों का अधिक से अधिक संख्या में इलाज संभव हो सकेगा. राजस्थान सरकार की ओर से स्थापित कोविड केयर सेंटर पर जयपुर के आस-पास ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान और आस-पास के राज्यों से इलाज लेने मरीज आ रहे है, जो कि एक सराहनीय प्रयास है.
उन्होंने बताया कि कोविड मरीज और उनके परिजन स्थपित किए गए हेल्प डेस्क फोन नंबर 7023557768 और कंट्रोल रूम फोन नंबर 7568652770 पर कॉल कर पूरी कन्फर्मेशन के बाद ही सेंटर पर आना सुनिश्चित करें. सेंटर पर एडमिशन 3 पैरामीटर्स के आधार पर लिए जाएंगे. मरीज की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव हो या नेगेटिव, दोनों ही परिस्थितियों में ऑक्सीजन लेवल 88-93 होना चाहिए और उसका एचआरसीटी (सीटी स्कोर) 13 से कम हो. कोविड केयर सेंटर पर समस्त चिकित्सा सेवाएं चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएंगी. विभाग द्वारा चिकित्सक दलों का गठन, पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्टाफ को नियुक्त किया गया है.