जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने गुरुवार को शासन सचिवालय में पर्यटन विभाग और सांभर साल्ट लिमिटेड की बैठक ली. मुख्य सचिव ने कहा कि भारत सरकार ने भी स्वदेश दर्शन योजना के तहत डेजर्ट सर्किट में सांभर झील को रखा हुआ है. यहां फ्लेमिंगो सहित विश्व भर से अनेक प्रजातियों के पक्षी माइग्रेट करके आते हैं. उन्होंने कहा कि इन प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए सख्त मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने यहां पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने वाले साल्ट म्यूजियम, कारवां पार्क, साइकिल ट्रेक एवं अवरडन गार्डन आदि स्थलों पर भी अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
भूमि विवाद का हो शीघ्र निपटारा...
मुख्य सचिव आर्य ने नागौर जिला कलेक्टर सहित सम्बंधित अधिकारियों और सांभर साल्ट लिमिटेड के अधिकारियों से कहा कि झील के सीमा संबंधी विवादों का आपसी तालमेल बनाते हुए जल्द हल निकालना होगा. इसके लिए पुख्ता सबूतों के साथ न्यायालय में अपना पक्ष रखा जाना चाहिये.
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अवैध बोरवेल व अतिक्रमणों पर लगे स्थायी रोक...
मुख्य सचिव ने सांभर झील क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमणों पर कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि झील क्षेत्र में हो रहे अवैध नमक उत्पादन पर भी रोक लगानी होगी. उन्होंने झील क्षेत्र में अवैध नलकूप और अवैध रूप से डाली गयी. अवैध पाइप लाइनों के विरूद्ध भी कार्रवाई के निर्देश दिये. सांभर साल्ट लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक कमोडोर कमलेश कुमार ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से सांभर झील का ऐतिहासिक स्वरूप दिखाते हुए बिन्दुवार एजेन्डा प्रस्तुत किया. बैठक में पर्यटन विभाग के सचिव आलोक गुप्ता, सांभर साल्ट लिमिटेड के महाप्रबन्धक रामकुमार भी उपस्थित थे.