जयपुर. मध्य प्रदेश में 22 विधायकों और ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद आए सियासी संकट को लेकर सभी पार्टियां अपने विधायकों को एमपी से बाहर भेजने में लगी हुई है, जहां एक और कांग्रेस अपनी सरकार बचाने में लगी हुई है तो वहीं दूसरी और भाजपा ने भी अपने विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में ठहराया है, वहीं एमपी कांग्रेस के विधायकों को अब जयपुर भेजा गया है, इस दौरान विधायकों को जयपुर एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक महेश जोशी, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी सहित कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद रहे.
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को सब कुछ दिया, उसके बाद भी अचानक पार्टी छोड़ कर चले गए. वहीं इस दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में महासचिव पद पर रहे और चार बार सांसद तो दो बार केंद्रीय मंत्री भी रहे, इससे ज्यादा कांग्रेस सरकार उनको क्या देती, उनको कांग्रेस से क्या नाराजगी थी, अगर उनको कोई नाराजगी थी तो वह घर बैठकर सुलझा सकते थे.
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प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी खुद अपने विधायकों को कैंप कर रही है, बड़ी बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री खुद सारे मामलों की डील कर रहे हैं और मंगलवार को इस मसले पर एक मीटिंग हुई थी. इसमें उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे. खचारियावास ने कहा कि जब देश के सबसे बड़े पद पर रहने वाले व्यक्ति खुद पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने की कोशिश करें और एक प्रदेश की सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं, यह एक बड़ी घटना है.
खचारियावास ने कहा कि अगर भाजपा का कोई बड़ा नेता यह करता तो अलग बात होती लेकिन यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, जितनी भी विधायक है वह सभी विधायक हमारे यहां पर मेहमान है और उनके यहां पर रुकने की व्यवस्था आलाकमान ने की है. साथ ही बताया कि मैं जयपुर का जिला अध्यक्ष हूं, ऐसे में मेरी जिम्मेदारी सबको रिसीव करने की बनती है. साथ ही उन्होंने विधायकों की संख्या पर कहा कि विधायकों को एक से अधिक होटलों में भी रुकवाया जा सकता है.