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राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं से किया संवाद

विश्व युवा कौशल दिवस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 'सक्षम युवा कार्यक्रम' में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कौशल विकास का प्रशिक्षण लेकर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं से संवाद किया और उनकी हौसला अफजाई की.

World Youth Skills Day, Rajasthan Skill Development
विश्व युवा कौशल दिवस पर युवाओं को संबोधित करते अशोक गहलोत
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Published : Jul 15, 2020, 7:36 PM IST

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत बुधवार को विश्व युवा कौशल दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से 'सक्षम युवा कार्यक्रम' में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और आरएसएलडीसी की ओर से संचालित केन्द्रों से कौशल विकास का प्रशिक्षण लेकर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं से संवाद किया और उनकी हौसला अफजाई की.

उन्होंने ऐसे ही एक युवा रमेश का स्किल एम्बेसडर के रूप में सम्मान किया. साथ ही प्रतीक चिन्ह और 25 हजार रुपये का चेक सौंपा. गहलोत ने कहा कि देश पहले से ही आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा था. अब कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ कर दी है. उद्योग-धंधे और रोजगार खत्म हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हर राज्य को निवेश की आवश्यकता है.

ऐसे में कलेक्टर और संभागीय आयुक्त संबंधित जिलों में अधिक से अधिक निवेश लाने के लिए प्रयास करें. साथ ही लॉकडाउन के बाद शुरू हुई आर्थिक गतिविधियों को सुचारू बनाने को प्राथमिकता दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए तैयार है. समय आ गया है कि हम सभी कौशल विकास के महत्व को पहचानें, प्रशिक्षण केन्द्र खोलें ताकि अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जा सके.

पढ़ें- Special: कोरोना काल में शिक्षा Online...लेकिन हजारों सह शैक्षिक गतिविधियों के शिक्षकों की नौकरी खतरे में

मुख्यमंत्री ने कहा हमारा प्रयास है कि कौशल विकास के साथ-साथ युवाओं में उद्यमिता को भी बढ़ावा दिया जाए. इसके लिए आरएसएलडीसी, स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी और आईटीआई के माध्यम से युवाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी पिछली सरकार के समय प्रदेश में राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के रूप में पौधा रोपा था, जो आज वट वृक्ष का रूप ले चुका है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कौशल नियोजन और उद्यमिता विकास विभाग के विजन डॉक्यूमेंट और रोजगार संदेश का विमोचन भी किया.

इस अवसर पर कौशल नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना के तहत प्रदेश के कॉलेजाें में पढ़ने वाले युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण से जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि राज कौशल पोर्टल पर करीब 53 लाख कामगारों और 11 लाख नियोक्ताओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाया गया है. चांदना ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से वन स्टॉप सोल्यूशन प्रणाली का जो फैसला लिया है उससे नए उद्योगों को क्लियरेंस मिलने में आसानी होगी और प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

पढ़ें- स्पेशल : 'भगवान' बनाने वाले खुद भगवान भरोसे...किराया चुकाना भी हुआ मुश्किल

श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि हमें युवाओं की कौशल प्रतिभा को पहचानने की जरूरत है. साथ ही यह भी आवश्यक है कि कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलें. इसके लिए राज कौशल पोर्टल मददगार साबित होगा. इससे रोजगार की तलाश कर रहे युवा और नियोक्ताओं को एक मंच मिलेगा.

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में आरएसएलडीसी के माध्यम से युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने आने वाले वर्षों के लिए भी भरपूर बजट उपलब्ध कराया है.

इससे पहले कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्रम, कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग के सचिव नीरज के पवन ने मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना, रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम सहित अन्य योजनाओं और विभाग के आगे की कार्य योजना के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया. इस अवसर पर विभिन्न जिलों में जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त ने स्किल आईकन और स्किल एम्बेसडर युवाओं को सम्मानित किया. इस अवसर पर राज्य मंत्री परिषद के सदस्य और विधायक भी मौजूद रहे.

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत बुधवार को विश्व युवा कौशल दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से 'सक्षम युवा कार्यक्रम' में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और आरएसएलडीसी की ओर से संचालित केन्द्रों से कौशल विकास का प्रशिक्षण लेकर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं से संवाद किया और उनकी हौसला अफजाई की.

उन्होंने ऐसे ही एक युवा रमेश का स्किल एम्बेसडर के रूप में सम्मान किया. साथ ही प्रतीक चिन्ह और 25 हजार रुपये का चेक सौंपा. गहलोत ने कहा कि देश पहले से ही आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा था. अब कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ कर दी है. उद्योग-धंधे और रोजगार खत्म हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हर राज्य को निवेश की आवश्यकता है.

ऐसे में कलेक्टर और संभागीय आयुक्त संबंधित जिलों में अधिक से अधिक निवेश लाने के लिए प्रयास करें. साथ ही लॉकडाउन के बाद शुरू हुई आर्थिक गतिविधियों को सुचारू बनाने को प्राथमिकता दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए तैयार है. समय आ गया है कि हम सभी कौशल विकास के महत्व को पहचानें, प्रशिक्षण केन्द्र खोलें ताकि अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जा सके.

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मुख्यमंत्री ने कहा हमारा प्रयास है कि कौशल विकास के साथ-साथ युवाओं में उद्यमिता को भी बढ़ावा दिया जाए. इसके लिए आरएसएलडीसी, स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी और आईटीआई के माध्यम से युवाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी पिछली सरकार के समय प्रदेश में राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के रूप में पौधा रोपा था, जो आज वट वृक्ष का रूप ले चुका है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कौशल नियोजन और उद्यमिता विकास विभाग के विजन डॉक्यूमेंट और रोजगार संदेश का विमोचन भी किया.

इस अवसर पर कौशल नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना के तहत प्रदेश के कॉलेजाें में पढ़ने वाले युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण से जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि राज कौशल पोर्टल पर करीब 53 लाख कामगारों और 11 लाख नियोक्ताओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाया गया है. चांदना ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से वन स्टॉप सोल्यूशन प्रणाली का जो फैसला लिया है उससे नए उद्योगों को क्लियरेंस मिलने में आसानी होगी और प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

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श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि हमें युवाओं की कौशल प्रतिभा को पहचानने की जरूरत है. साथ ही यह भी आवश्यक है कि कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलें. इसके लिए राज कौशल पोर्टल मददगार साबित होगा. इससे रोजगार की तलाश कर रहे युवा और नियोक्ताओं को एक मंच मिलेगा.

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में आरएसएलडीसी के माध्यम से युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने आने वाले वर्षों के लिए भी भरपूर बजट उपलब्ध कराया है.

इससे पहले कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्रम, कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग के सचिव नीरज के पवन ने मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना, रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम सहित अन्य योजनाओं और विभाग के आगे की कार्य योजना के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया. इस अवसर पर विभिन्न जिलों में जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त ने स्किल आईकन और स्किल एम्बेसडर युवाओं को सम्मानित किया. इस अवसर पर राज्य मंत्री परिषद के सदस्य और विधायक भी मौजूद रहे.

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