जयपुर. सन 1998 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में चयनित सैकड़ों शिक्षक आज भी अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं और पिछले 74 दिन से जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से भी उनकी वार्ता हो चुकी है. ये शिक्षक दिल्ली तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं इन सब के बावजूद भी उनकी नियुक्ति का आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है.
चयनित शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि वे अपना नियुक्ति आदेश लेकर ही यहां से उठेंगे. बता दें कि चयनित शिक्षक विधानसभा पर भी एक बड़ा आंदोलन कर चुके हैं लेकिन इन शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश जारी नहीं हुआ. शिक्षकों का कहना है कि 2003 और 2006 में भी गहलोत सरकार ने ही उनकी नियुक्ति का आदेश जारी किया था लेकिन वह आदेश क्रियान्वित नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि इस बार भी शिक्षकों ने अंतिम आस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही बताया है. चयनित शिक्षकों का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों के हम से कम अंक थे उनको तो नियुक्ति दे दी गई, लेकिन जिनके अंक उनसे ज्यादा थे वह आज भी अपनी नियुक्ति के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.
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राजस्थान चयनित शिक्षक संघ के सचिव विजेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यह सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है कि वह हमारी सुनवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारी गांधीवादी नेता अशोक गहलोत के गुरु सुब्बाराव जी ने भी कहा है कि अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही हमारा काम कर सकते हैं. चौहान ने कहा कि सभी चयनित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे 21 साल से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं, अब तो उनको नियुक्ति दी जाए.